नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी के यूएई में मस्जिद जाने पर
सवाल उठने शुरू हो गए हैं. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने
दौरे पर विवाद की शुरुआत की. उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करके मस्जिद दौरे की
तुलना टूरिस्ट प्लेस जाने से कर दी. कांग्रेस ने इसे बिहार चुनाव से जोड़ते
हुए कहा कि शायद बिहार चुनाव में फायदे के लिए मस्जिद दौरे को प्रचारित
किया जा रहा है. बड़ा सवाल ये है कि मस्जिद पर राजनीति क्यों?
टोपी पहनने से इनकार करने वाले मोदी के मस्जिद दौरे पर सवाल
मिशन अरब पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अबू धाबी की शेख
जायेद मस्जिद पहुंचे थे. दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इस मस्जिद में
प्रोटोकॉल तोड़कर पीएम पब्लिक के बीच चले गए. मस्जिद में मौजूद सैकड़ों की
भीड़ मोदी मोदी के नारे लगी रही थी. अब मोदी के मस्जिद दौरे पर देश में राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस
मस्जिद दौरे को बिहार के चुनाव से जोड़कर देख रही है. जम्मू-कश्मीर के
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला इस दौरे की तुलना टूरिस्ट प्लेस से करते
हुए ट्विटर पर लिखा है कि अबू धाबी की मस्जिद पर्यटकों के लिए आकर्षण का
बड़ा केंद्र है. पीएम का वहां जाना वैसा ही है जैसे चीन में टेराकोट आर्मी
को देखना. न उससे ज्यादा, न उससे कम.
आम आदमी पार्टी के
प्रवक्ता संजय सिंह ने भी ट्विटर पर लिखा है कि वाह रे मोदी जी, भले ही
भारत की मस्जिद में आप कभी नहीं गए लेकिन विदेश जाते ही आपको सर्वधर्म
समभाव का ज्ञान प्राप्त हो गया. मस्जिद दौरे को लेकर विरोधियों के हो रहे
इस हमले को बीजेपी देखने के नजरिये का दोष बता रही है. धर्म गुरु खालिद
रशीद फिरंगीमहली ने भी मस्जिद दौरे पर राजनीति को गलत बताया है. देश
में मस्जिद दौरे पर विरोधी राजनीति कर रहे हैं तो यूएई में पीएम ने पुरानी
सरकारों पर हमला बोला है. कारोबारियों के साथ बैठक में पीएम ने कहा है कि
34 साल की भरपाई करने आया हूं. अबू धाबी में पीएम ने मस्जिद
का दौरा किया तो तोहफे में वहां की सरकार ने अबूधाबी में मंदिर बनाने को
मंजूरी दे दी. रात को दुबई में पीएम भारतीय समुदाय को संबोधित करने वाले
हैं.
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