भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 1 जून से कोरोना कर्फ्यू अनलॉक किया जाना है। जिला, वार्ड, जनपद, ग्राम पंचायत की क्राइसेस मैनेजमेंट तय करेगी क्या खुला रहना है और क्या बन्द रहेगा ? इसके लिए कमेटियों को वैज्ञानिक तरीका बताया जाएगा। प्रदेश में तीसरी लहर नहीं आने देनी है। सभी की कोरोना जांच होनी चाहिए। शिवराज ने कहा कि शादी में दोनों पक्ष के 20 लोग हो सकते हैं। भीड़ वाले धार्मिक, सामाजिक आयोजन, मेले, राजनीतिक रैली व अन्य कार्यक्रम नहीं हो सकेंगे।
प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए सीएम चौहान ने कहा कि कोरोना की टेस्टिंग बढ़ा रहे हैं और 75000 टेस्ट रोज होंगे। सभी जिलों में 144 धारा लगी रहेगी, टेस्ट होते रहेंगे। सीएम ने कहा कि किल कोरोना अभियान 4 शुरू करेंगे। वायरस के साथ जीना है तो सबको सहयोग करना होगा। कांट्रेक्ट ट्रेसिंग करेंगे। एक को संक्रमण मिला तो पूरे परिवार को जांच के दायरे में लेंगे ताकि संक्रमण पकड़ में आ सके और विकराल रूप न ले पाए। धर्म गुरु प्रभाव का उपयोग कर अनुयायियों को संयमित रहने का संदेश दें।
प्रदेश के न्यूनतम संक्रमण वाले 5 ज़िलों बुरहानपुर, खंडवा, झाबुआ, अलीराजपुर तथा भिंड में आंशिक अनलॉक किया गया है।
बाकी जिलों में भी चरणबद्ध तरीके से अनलॉक की प्रक्रिया आगामी 1 जून से प्रारंभ होगी।
भोपाल, इंदौर, रतलाम, अनूपपुर, रीवा, सीधी को सावधानी की जरूरत
जिन स्थानों पर अधिक संख्या में संक्रमित व्यक्ति मिलेंगे उन क्षेत्रों को माइक्रो कन्टेनमेन्ट एरिया बनाया जाएगा। इन क्षेत्रों में आना-जाना बन्द कर संक्रमण को फैलने से रोका जाएगा। यह बात सही है कि 17 जिलों में आज 10 से कम केस आए लेकिन अभी भी इन्दौर और भोपाल में बहुत सावधानी की आवश्यकता है। दोनों स्थानों पर लगातार 500 से अधिक पॉजिटिव केस आ रहे हैं। रतलाम, रीवा, अनूपपुर, सीधी आदि जिलों को भी सावधानी की जरूरत है। इन जिलों के साथ ही संपूर्ण प्रदेश में सावधानी की आवश्यकता है।
कोरोना कर्फ्यू धीरे-धीरे खोला जाएगा
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना कर्फ्यू धीरे-धीरे खोला जाएगा। कौनसी गतिविधि कब आरंभ होगी, क्या खुला रहेगा, क्या बन्द रहेगा, यह ग्राम, वार्ड, ब्लाक, नगर और जिला स्तर की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ तय करेंगी। अलग-अलग जिलों में स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार अलग-अलग व्यवस्थाएँ होंगी। यह भी स्थानीय स्तर पर ही तय होगा। जो जिले पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो गए हैं, वहाँ की गतिविधियाँ अलग होंगी। जहाँ संक्रमण फैला है वहाँ क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी अलग से विचार करेगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आगामी रणनीति के बारे में एक जून से पहले निर्णय लेना आवश्यक है। उसके लिए एक-दो दिन में ही चर्चा कर पूरी सावधानी बरतते हुए निर्णय लिया जाए। अनलॉक का जो वैज्ञानिक तरीका है उससे समितियों को अवगत कराया जाएगा और स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप समितियाँ निर्णय लेंगी।

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