भोपाल
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता को इंदौर भाजपा जिलाध्यक्ष की अनुशंसा पर हुई भाजयुमो इंदौर में एक कार्यकर्ता की नियुक्ति पर टिप्पणी करना महंगा पड़ गया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा से इस मामले में 7 दिन में स्पष्टीकरण मांगा है। शनिवार को बीजेपी ने प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा को नोटिस जारी कर सात दिन में जवाब मांगा है। शर्मा ने इंदौर में सोशल मीडिया संयोजक हर्षवर्धन बर्वे की नियुक्ति को लेकर सवाल खड़े किए थे और इंदौर नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे की भूमिका पर सवाल उठाने की पोस्ट सोशल मीडिया पर लिखी थी। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय प्रभारी भगवानदास सबनानी की तरफ से नोटिस जारी किया गया है। इसमें उमेश शर्मा को 7 दिन के अंदर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। नोटिस में शर्मा से पूछा गया है कि आपके विरुद्ध अनुशासनहीनता की कार्रवाई क्यों नहीं की जाए ? आपके द्वारा बार-बार पार्टी नेतृत्व के निर्णय के प्रतिकूल टिप्पणी की जाती रही है। ये अमर्यादित आचरण के दायरे में आता है जिससे पार्टी की छवि जनता में धूमिल होती है।
यह है पूरा मामला
इंदौर में नियुक्ति को लेकर उमेश शर्मा ने फेसबुक पर पोस्ट की थी कि गौरव
बाबू ऐसे तो आपको इंदौर भाजपा चलाने नहीं देंगे। जब आप कांग्रेसी थे, तब हम
आपकी सरकार की लाठियां झेल रहे थे। इसके बाद उन्होंने अपनी मन की भड़ास भी
निकालते हुए दूसरी पोस्ट की थी। इसका स्क्रीन शाॅट वायरल हो गया था।
शर्मा ने अपनी पोस्ट में बर्वे को बधाई दी। फिर लिखा कि मेरे घर के दरवाजे
से लगा उसका परिवार था। मैं पार्षद लड़ा तब हर्ष, उसके पिता गोपेाल, दादा
विश्वनाथ बर्वे घोर कांग्रेसी थे। भाजपा की मिट्टी पलीत करने में जुटे थे।
उन्होंने गौरव से सवाल करते हुए कहा कि क्या सारी भाजपा ऐसी बना देंगे?
उन्होंने फिर लिखा कि मैं अनुशासित हूं, गुलाम नहीं। गौरव बाबू, ऐसे तो
आपको इंदौर भाजपा चलाने नहीं देंगे।
