राजगढ़ जिले में एक नेता द्वारा पचोर तहसीलदार राजेश सोरते पर पेट्रोल डालकर उन्हें जिन्दा जलाने की कोशिश करने का मामला सामने आया है। इस घटना की जानकारी के बाद राजस्व अधिकारी संघ हरकत में आ गया है। पुलिस पर आरोप है कि अतिक्रमण हटाने के लिए पहले पर्याप्त पुलिस बल नहीं दिया गया और बाद में आरोपी नेता के खिलाफ दर्ज कराई गई एफआईआर में जान से मारने की कोशिश संबंधी धारा नहीं लगाई गई है। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमें आरोपी नेता पेट्रोल से भरी बोतल से पेट्रोल तहसीलदार पर डाल रहा है।
बताया गया कि तहसीलदार सोरते पचोर में अतिक्रमण के मामले में कार्यवाही के लिए भगवान सिंह राजपूत के घर पहुंचे थे जो बीजेपी के नेता बताए जाते हैं। उनके घर के सामने किए गए अतिक्रमण को जेसीबी मशीन के माध्यम से हटाया जा रहा था तो राजपूत ने इसका विरोध किया। जब तहसीलदार नहीं माने तो वह घर के अंदर गया और वहां पानी की बोतल में पेट्रोल भरकर लाया तथा भीड़ की मौजूदगी में ही तहसीलदार पर डालने लगा। पेट्रोल तहसीलदार के ऊपर भी गिरा और यह देख वह वहां से दूर भागे। इस मामले में एसपी राजगढ़ प्रदीप शर्मा का कहना है कि पचोर थाने में घटना की एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आरोपी फरार है। वहीं दूसरी ओर तहसीलदारों ने इस घटना का विरोध किया है। तहसीलदारों की नाराजगी इस बात को लेकर भी थाने में दर्ज एफआईआर में सिर्फ शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का केस दर्ज किया गया है। आरोपी पेट्रोल डाल रहा है, उसका वीडियो वायरल भी हो गया है लेकिन धारा 307 आरोपी के विरुद्ध नहीं लगाई गई है।

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