भोपाल
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा है कि मध्य प्रदेश के सभी विधायक, सांसद, जनप्रतिनिधि अपनी जन्मस्थली और गांव में शराबबंदी और नशा मुक्ति के लिए पहल करें। जिस तरह से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जैत में अपनी जन्मस्थली को नशामुक्त बनाने की बात कही है वैसे ही सभी जनप्रतिनिधि इसके लिए पहल करें। यह बात निकली है तो दूर तलक जाएगी। उमा ने यह बयान शराबबंदी आंदोलन की बार-बार तारीख बदलने को लेकर मीडिया में चल रही चर्चा के बाद ट्वीट के जरिये दिया है। उन्होंने कल कहा था कि वे असाधारण नहीं हैं और अकेले शराबबंदी उनके बस की बात नहीं है।
कल कहा था, मैं असाधारण व्यक्ति नहीं सामूहिक प्रयास से ही होगी शराबबंदी
मैं अपने आप को बहुत बड़ा नेता नहीं मानती या कोई असाधारण व्यक्ति नहीं मानती। मैं भी शराब एवं नशे से नफरत करती हूं। ये बुराईयां अभावग्रस्त लोगों की, स्त्रियों की, लड़कियों की, सभी नागरिकों की सबसे बड़ी शत्रु हैं। इस शत्रु को हमें सामूहिक रूप से एकजुट होकर नष्ट कर देना चाहिए। मध्यप्रदेश नरेंद्र मोदी के गुजरात जैसा बनना चाहिए। शराबबन्दी जरूर होनी चाहिए, होनी ही चाहिए।

share