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जानिये क्यों वायरल हो रहा CM शिवराज का यह बयान, धर्म जोड़ता है, राजनीति तोड़ती है....




भोपाल
हैदराबाद में आचार्य रामानुजाचार्य के स्टैचू आफ इक्वलिटी के कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा वहां दिया गया यह वक्तव्य सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने कहा है कि राजनीति वाले भी अगर सीख जाएं तो मैं समझता हूं कि देश का कल्याण होगा। मैं तो खुद स्वयं प्रेरणा लेकर जा रहा हूं, खुद राजनीतिक कार्यकर्ता हूं। हम इस विचार को और कैसे आगे बढ़ाएं सरकार की योजनाओं में भी, जनता का कल्याण और कैसे बेहतर किया जाए, वह सीख कर यहां से जाएंगे। यह भारत का विचार है हमारा सनातन विचार है।

शिवराज ने यह बातें रामानुजाचार्य के जीवन सन्दर्भ को लेकर उस वाकये का ज़िक्र करते हुये कहीं जिस प्रसंग में
 बताया गया कि रामानुजाचार्य को गुरुदेव ने 17 बार वापस लौटाया, 18 वीं बार सफल हुए रामानुजाचार्य और फिर कान में गुरु ने कहा कि प्रकट मत करना, गुप्त है। यह और कहा जिसने सुन लिया वह मुक्त हो जायेगा, तो भगवान रामानुजाचार्य तो छत पर चढ़ गए "ओम नमो नारायणाय:"  जोर-जोर से उद्घोष किया, लोगों ने सुना और कल्याण हो गया लेकिन गुरु ने कहा कि तूने वचन भंग कर दिया बोले, तूने वचन तोड़ा है नर्क में जाना पड़ेगा तो रामानुजाचार्य ने कहा कि इतने लोगों की मुक्ति अगर होती है तो नर्क में जाना भी स्वीकार है। धर्म में यही कहा जाता है कि छोटा- बड़ा, ऊंचा- नीचा कुछ भी नहीं है, सब लक्ष्मी नारायण की संतान हैं। यही बात राजनीति वाले सीख जाएं तो देश का कल्याण हो जाए।

शिवराज ने कहा कि यह आज नहीं हजारों साल पहले भारत ने कहा, फिर भी यह भेदभाव क्यों ? आत्मबोध सर्वभूतेषु कब से यह देश उद्घोष कर रहा है। सर्वत्र सम दर्शनम् और इसलिए मन में प्रेरणा यही जगती है जो हमारे ऋषि संतो ने कहा और भगवान रामानुजाचार्य ने जिस को क्रियान्वित कर के दिखाया। सीएम शिवराज ने कहा कि सचमुच में अद्भुत प्रेरणा मिलती है और इसलिए भारत के नौजवान यहां आएंगे, आधुनिक पीढ़ी भी आएगी और यह संदेश लेकर जाएगी तो सचमुच में दृष्टि ही बदल जाएगी।

सीएम चौहान ने कहा कि हम लोग भी विनम्र प्रयास करेंगे। इसलिए भारत को तो बढ़ना ही है और यह भी मैं यहां से कह सकता हूं कि मैं बहुत छोटा हूं। भौतिकता की अग्नि में दग्ध विश्व मानवता को शाश्वत शांति के पद का दिग्दर्शन कराएगा तो यह हमारा सनातन धर्म कराएगा, हमारी यह परंपरा कराएगी और उसी से आगे बढ़ने का संदेश मिला है।
 सरसंघचालक कह रहे थे.....
अयं निजः परो वेति गणना लघुचेतसाम् ।
 उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम् ॥

 यह स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी 

शिवराज ने कहा कि मैं संतो से आशीर्वाद मांगता हूं, स्टैच्यू ऑफ वननेस ओमकारेश्वर में बनने वाला है। एक ही चेतना के अंग हम सब एक ही चेतना सब में, सृष्टि के कण-कण में भगवान विराजमान है, हर एक आत्मा परमात्मा का अंश है, हर एक घट में बस वही समाया हुआ है तो ओमकारेश्वर से भी वही संदेश जाए, इतनी शक्ति और प्रेरणा मुझे भी मिल जाए। मैं तो अल्पज्ञ हूं। 

 उन्होंने कहा कि मैं एक बार फिर स्वामी चिन्ना समेत को उन सब को प्रणाम करता हूं जिन्होंने इस प्रकल्प को बनाने में योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो। कई बार अद्भुत लगता है, हम सब कब से यह गा रहे हैं। सिया राम मैं, सब जग जानी.....। ईश्वर अंस जीव अबिनासी.... लेकिन स्वामी चिन्ना ने चरितार्थ किया इसलिए, आज मैं चिन्ना जियर स्वामी को सचमुच में प्रणाम करता हूं। आपने बड़ा उपकार किया है, हम जैसे लोगों को भी यह स्थल प्रेरणा और दिशा देगा।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ली चुटकी 

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ में सीएम शिवराज के बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि आख़िर सच जुबाँ पर आ ही गया… भाजपा की संस्कृति लोगों को तोड़ने की है, वही कांग्रेस की संस्कृति लोगों को जोड़ने की है… हम दिल जोड़ते हैं , संबंध जोड़ते हैं, रिश्ता जोड़ते हैं…


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