भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में पेयजल स्थिति को लेकर सोमवार की सुबह 6.30 बजे निवास कार्यालय में आपात बैठक बुलाई। उन्होंने बैठक में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि"फील्ड में पेयजल की स्थिति में सुधार की जरूरत है। नियमित जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।" स्टाफ की कमी के लिए आउटसोर्स कर तथा अमले की अन्य व्यवस्था द्वारा पूर्ति करें।
उन्होंने अफ़सरों से कहा कि आप इन निदेर्शों पर पूरा वर्क आउट करें, एक्शन प्लान तैयार कर आज शाम तक मेरे समक्ष रखें। आज शाम की बैठक में ग्रामीण विकास, नगरीय विकास, ऊर्जा विकास के प्रमुख अधिकारी भी पूरा वर्क आउट कर आएं। सीएम ने कहा कि अधिकारीगण मैदानी स्तर की केवल अच्छी पिक्चर ही नहीं दिखाएं, समस्याओं की भी जानकारी दें। समाधान करना और आवश्यक समन्वय कर हल निकालना हमारी जिम्मेदारी भी है और धर्म भी। नियमित जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि वोल्टेज की प्रॉब्लम के कारण पानी नही दे पाना चिंताजनक है। ऊर्जा विभाग से समन्वय कर जल उपलब्ध कराएं। मेरे मन मे तकलीफ है कि लोगों को पानी समय पर नहीं मिल पा रहा, यह आपकी डयूटी है कोई समस्या हो तो समय पर अवगत कराएं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि लो प्रेशर बिजली के कारण टंकियों में पानी नहीं भर पाने जैसी समस्याओं और गैप्स को चिन्हित कर तत्काल समाधान किया जाये।
देर रात 1.30 बजे भोपाल लौटे थे सीएम
देर रात 1.30 बजे नसरुल्लागंज का दौरा कर लौटे मुख्यमंत्री चौहान सुबह से एक्शन मोड में थे। वहाँ उनके समक्ष पानी की दिक्कत ग्रामीणों ने बताई थी। सोमवार को बुलाई गई बैठक में पीएस टू सीएम मनीष रस्तोगी, एसीएस पीएचई मलय श्रीवास्तव, एमडी जल निगम तेजस्वी नायक, कमिश्नर भोपाल गुलशन बामरा, ईएनसी पीएचई, सीहोर कलेक्टर सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि जितना इंफ़्रा बना हो उसका उपयोग कर पानी दें। जहाँ आवश्यक हो पानी का परिवहन कराएं। इस टीम की ड्यूटी है कि पानी हर घर मे उपलब्ध हो। समस्याग्रस्त इलाकों में टेम्पररी और स्थायी समाधान के प्रयास किये जायें। जल जीवन मिशन के योजनाओ का आकलन कर improve करें। ग्राउंड लेवल तक अमले को अलर्ट मोड पर रखें।
मेरी नाराजगी और गुस्से का समाधान आपकी ड्यूटी
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पूरे प्रदेश से पानी की समस्या की जानकारी मिल रही है लोगों को राहत देना हमारा कर्तव्य है। अधिकारी गांव गांव जाएं, समस्या देखें, उसके निराकरण के लिए कार्य करें और लोगों को समाधान बताएं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मूलभूत आवश्यकताओं पर जनता की समस्या देखकर मेरा व्यवहार abnormal हो जाता है। मेरी नाराजगी और गुस्सा का समाधान आपकी ड्यूटी है। इन पदों पर बैठकर यदि यह तड़प नहीं है तो हम लोक सेवक की ड्यूटी नहीं निभा रहे हैं। जहां आवश्यकता हो वहां हैंडपंप की व्यवस्था कर तथा पानी के परिवहन की व्यवस्था कर पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।