भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मदर्स डे पर लाड़ली लक्ष्मी योजना- 2 का शुभारंभ किया। लाडली लक्ष्मी योजना शिवराज सिंह चौहान की ऐसे योजना है जो प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देशभर में सराही गई है। इससे बाल विवाह की संख्या में भी बेहद कमी आई है।
लाड़ली लक्ष्मी योजना मप्र के मुख्यमंत्री भगवान के वरदान शिवराज सिंह चौहान के हृदय से निकली है। प्रदेश की लाखों -लाख लाडली लक्ष्मियां अपने मामा शिवराज की लोकप्रियता में चार चांद लगा रही हैं और कई प्रदेशों द्वारा इसे अपनाया गया। मुख्यमंत्री की दूरदर्शिता का ही परिणाम है कि आज लाडली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत प्रदेश में बच्ची जन्म लेते ही लखपति बन जाती है। बच्चियों की पढ़ाई पर विशेष फोकस रखकर काम किया गया है। अब बेटियां अपनी पढ़ाई अधूरी नहीं छोड़ती। उनके शिक्षण के लिए स्कॉलरशिप एवं अन्य सुविधाएं प्रदान की जाती है। खास तौर पर बच्चियों की उच्च शिक्षा के लिए बेहतर व्यवस्था मामा शिवराज सिंह चौहान ने की है।
लाड़ली लक्ष्मी योजना के अच्छे परिणाम
लाड़ली लक्ष्मी योजना के बेहतर परिणाम देखने को मिले हैं। 5वें राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के अनुसार मध्यप्रदेश में बाल विवाह में 93% की कमी आई। 2011 की जनगणना के समय प्रदेश का शिशु लिंगानुपात (जन्म के समय) 919 था, जो अब बढ़कर 956 हो चुका है। ग्वालियर, चंबल और बुंदेलखंड जैसे कम लिंगानुपात वाले क्षेत्रों में लिंगानुपात में आया सकारात्मक परिवर्तन। 2 बच्चों के बाद और अधिक बच्चों की चाह न रखने वाले परिवारों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। यह प्रतिशत 78 से अधिक हो गया है। बेटियों से ज्यादा बेटे चाहने वाले महिलाओं और पुरुषों का प्रतिशत 18 से घटकर 13 हो गया है। घरेलू हिंसा के मामले में 33 प्रतिशत से घटकर 28 प्रतिशत हो गये हैं। वर्ष 2007 से अब तक 42.08 लाख से अधिक बालिकाओं का पंजीयन हुआ। अब तक कक्षा 6, कक्षा 9, कक्षा 11 और कक्षा 12 में प्रवेशित कुल 9.05 लाख बालिकाओं को 231.07 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति का वितरण।
यह रहेगा खास
इसी क्रम में लाडली लक्ष्मियों को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से संपन्न बनाने के लिए लाडली लक्ष्मी योजना - 2 लांच की गई है। इसके अंतर्गत अब प्रदेश की बच्चियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। वे आत्मनिर्भर और संपन्न बन सके इसके लिए सरकार लगातार और बेहतर से बेहतर प्रयास करने में जुटी है। महिला सशक्तिकरण के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजनीति के शुरुआत से ही प्रयास किए हैं, यही प्रयास अब फलीभूत भी हो रहे हैं। आज लाखों की संख्या में प्रदेश की बच्चियां ना सिर्फ अपनी पढ़ाई पूरी कर पा रही हैं बल्कि उच्च शिक्षा और व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त कर नौकरियों और व्यवसाय में नए-नए आयाम स्थापित कर रही हैं। आत्मनिर्भर बन रही हैं। दूसरी ओर देखा जाए तो यही प्रदेश की लाखों लाडली लक्ष्मियां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रदेश ही नहीं पूरे देश भर में शान बढ़ा रही हैं। लोकप्रियता और मान बढ़ा रही हैं। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता में उनके भांजी भांजियों का महत्वपूर्ण योगदान है। यही वजह है कि प्रदेश की जनता कहती है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान है तो सब कुछ संभव है।
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