भोपाल
नगर निगम चुनाव के लिए नाम वापसी के अंतिम दिन भाजपा छिंदवाड़ा में बगावत कर परचा भरने वाले जितेंद्र शाह को मनाने में नाकामयाब रही। उधर खंडवा और सतना में पार्टी उम्मीदवार के विरुद्ध नामांकन भरने वाले भाजपाइयों ने परचा वापस ले लिया है।
इसके बाद महापौर पद के लिए भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर समेत सभी 16 नगर निगमों में सीधा मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही होगा। सतना में भाजपा की टेंशन तब खत्म हो गई, जब भाजपा के बागी मनसुख पूर्व जिला उपाध्यक्ष पटेल ने चुनावी मैदान छोड़ दिया। भोपाल नगर निगम में मेयर के अब 8 उम्मीदवार मैदान में बचे हैं। इनमें बीजेपी से मालती राय, कांग्रेस से विभा पटेल, आम आदमी पार्टी से रईसा बेगम मलिक, बसपा से प्रिया मकवाना, जय लोक पार्टी से संगीता प्रजापति, जनता दल से मंजू यादव, निर्दलीय लेखा जायसवाल और सीमा नाथ शामिल हैं। इनमें से आम आदमी पार्टी की कैंडिडेट रानी विश्वकर्मा ने अपना नॉमिनेशन वापस ले लिया था। वहीं, बीजेपी से नॉमिनेशन भरने वाली मंजू दायमा ने भी नामांकन वापस ले लिए। एक कैंडिडेट का नामांकन निरस्त हो गया था।
नगर निगम जबलपुर में महापौर पद के लिए 4 उम्मीदवारों ने नाम वापस लिए हैं। इसमें शिवसेना के ठानेश्वर महावर, आम आदमी पार्टी के रईस वली, बहुजन समाज पार्टी के राकेश समुंद्रे व निर्दलीय नकुल गुप्ता शामिल हैं। खंडवा में महापौर पद के दो उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र वापस लिए। यहां बीजेपी प्रेशर पॉलिटिक्स में सफल रही। बीजेपी ने पेंशनर्स संघ की प्रत्याशी 69 वर्षीय कमला ठाकुर से नामांकन वापस कराया। नामांकन वापसी के बाद भाजपा नेताओं के साथ बाहर निकली कमला ठाकुर रो पड़ीं। उन्होंने कहा- मुझे जनता से काफी उम्मीद थी, लेकिन भाजपा के समर्थन में नामांकन वापस लेना पड़ा।
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