भोपाल
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा है कि वे शराब बंदी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व के साथ हुई बैठकों में मिले आश्वासन के क्रियान्वयन को लेकर धैर्य रखे हुए हैं। उमा ने कहा है कि मध्यप्रदेश में नरेंद्र मोदी की तर्ज पर प्रदेश में घोषित नई शराब नीति को वापस लेकर संशोधित शराब नीति लाई जा सकती है।
उमा ने अलग-अलग ट्वीट के जरिये कहा है कि जब मैं क्रमिक शराबबंदी की बात करती हूं तो उससे मेरा जो तात्पर्य है वह मैं सभी को स्पष्ट कर चुकी हूं, मेरी सब से यही प्रार्थना है कि मुझे एक साधारण प्राणी समझिए एवं इस पावन कार्य में सभी संलग्न होइए। उन्होंने कहा कि इस विषय में लगभग मैंने दो महीने से कोई वक्तव्य नहीं दिया जबकि मुहिम जारी थी क्योंकि मुझे अपने अहं एवं यश की आकांक्षा नहीं है कार्य सिद्धि की आकांक्षा है ताकि मध्य प्रदेश की जीवन रक्षा हो सके। ओरछा में शराब दुकान के विरुद्ध प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कहा कि यहां जाने पर उन्होंने देसी गाय के गोबर की छिटकी शराब की दुकान पर डाल दी, यहां तो देशी और विदेशी दोनों तरह की शराब की बोतलों का अंबार लगा हुआ था। उन्होंने कहा कि मेरी शराबबंदी की मुहिम जारी रही किंतु सार्वजनिक तौर पर मैंने इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी क्योंकि मैं सीएम शिवराज, राष्ट्रीय नेतृत्व एवं प्रदेश कार्यालय की हुई बैठक के परिणाम की प्रतीक्षा कर रही हूं। मुझे यकीन है कि इन सारी बैठकों का एक सकारात्मक परिणाम आएगा। उमा भारती ने कहा कि हम भी पीएम मोदी के पद चिन्हों पर चलते हुए मध्य प्रदेश में घोषित नई शराब नीति को वापस लेकर नई संशोधित शराब नीति घोषित कर सकते हैं। काश ऐसा हो जाए, इसीलिए तो मैं इतना धैर्य रखे हुए हूं किंतु इस बारे में मैं प्रचार से परहेज रखूंगी क्योंकि मेरी यही मनोकामना है कि मध्यप्रदेश में क्रमिक शराबबंदी हो एवं मध्य प्रदेश उड़ता पंजाब की तरह उड़ता मध्यप्रदेश न बन जाए।