मध्य प्रदेश तहसीलदार संघ के प्रांत अध्यक्ष नरेंद्र सिंह ठाकुर और पटवारी सीहोर जिले की सिवान नदी में आए उफान में बह गए थे। पटवारी महेंद्र रजक का शव मिलने के बाद यह स्थिति स्पष्ट हो गई है। एसडीआरएफ और पुलिस की टीम ने उस कार को भी बरामद कर लिया है जिसमें तहसीलदार और पटवारी सवार थे। अब तक तहसीलदार ठाकुर के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। उनकी न तो की डेड बॉडी मिली है और न ही उनके जीवित होने का प्रमाण मिला है। तहसीलदार ठाकुर शाजापुर जिले के मोमन बड़ोदिया में तहसीलदार थे। सिहोर जिले के रहने वाले ठाकुर 15 अगस्त को सिहोर के समीप स्थित अपने निजी फॉर्म हाउस में गए थे। वहां से लौटते वक्त सिवान नदी के उफान में आई20 कार बह गई जिसमें वे और पटवारी रजक सवार थे।
बताया गया है कि जहाँ कार बही थी उस पुल से करीब तीन किलोमीटर दूर छापरी खुर्द के पास पटवारी का शव नदी के बीच में मिला। अवंतिपुरा के पास नदी और डैम के बीच i20 कार फंसी हुई थी, जिसे निकाल लिया गया है। गौरतलब है कि परिजनों की रिपोर्ट पर मंडी (सीहोर) थाने में गुमशुदगी दर्ज की गई थी। सीवन नदी में एसडीआरएफ के साथ पुलिस उनकी तलाश कर रही है। नरेन्द्रसिंह ठाकुर तहसीलदार संघ के प्रदेशाध्यक्ष हैं और बैतूल व होशंगाबाद जिले की सिवनी मालवा मे पदस्थ रह चुके हैं।
share
