भोपाल
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि वे 7 नवंबर अपने निवास और अन्य भवन का त्याग करेंगी एवं नदी किनारे किसी झोपड़ी या किसी पेड़ के नीचे या अनुचित या निषिद्ध स्थान पर शराब की दुकान या अहाते के सामने टेंट लगाकर छोटी सी चौपाल लगाएंगी और वहीं रुकेंगी। यह भ्रमण अभियान 7 नवंबर 2022 से 14 जनवरी 2023 मकर संक्रांति तक चलेगा।
उन्होंने शुक्रवार को सोशल मीडिया और मीडिया से संवाद में कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिस प्रकार से नशा शराब विरोधी जन आंदोलन को सरकारी अभियान घोषित कर दिया, यह भारत का अनोखा अभियान होगा। इससे यह आभास होता है कि जन हितैषी शराब नीति के लिए मध्यप्रदेश अन्य राज्यों के लिए मॉडल स्टेट बनेगा।
उमा ने कहा कि 2 अक्टूबर गांधी जयंती पर सरकारी कार्यक्रम के अलावा हमारा भी महिलाओं का मार्च का कार्यक्रम गांधी प्रतिमा तक हुआ। उन्हीं महिलाओं की इच्छा थी कि हम भी सरकारी अभियान के साथ पूरे मध्यप्रदेश में अपना भ्रमण अभियान चलाएं। इसलिए मैंने इस भ्रमण अभियान की घोषणा की है। यह सरकारी या राजनीतिक नहीं बल्कि पूर्णत: एक फकीर-फक्कड़ का अभियान होगा ताकि सरकारी अभियान के लिए भी हम सहयोगी की भूमिका में रहे।
इसलिए शुरू कर रहे भ्रमण
उमा भारती ने कहा कि मेरे इस निर्णय के पीछे का कारण अभी हाल ही में बंद किए गए कुछ अहाते एवं दुकानों का उदाहरण है। मुख्यमंत्री को एवं मुझे सूचित कर दिया गया कि अमुक दुकानें एवं फलां अहाते बंद कर दिए गए हैं जबकि वह खुले रहे या उनको इतना समय मिल गया कि वह कोर्ट से स्टे ले आए और मैं हंसी का पात्र बनकर ठगी सी रह गई। यही कारण है कि अब आगे ऐसा न होने पाए एवं मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार जागरुकता का अभियान चले एवं नियंत्रित शराब वितरण व्यवस्था मध्य प्रदेश में लागू हो। मेरे इस अभियान से मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल करने के में जुटे सरकारी अमले सजग रहेंगे और भूल नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि खासकर विधि विभाग स्टे का मौका नहीं देगा और लाखों लोगों की जिंदगी, भविष्य बचाने के लिए 2 महीने की यह साधना मुझे धन्य करेगी।