भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैं मध्यप्रदेश के सीईओ होने के नाते विश्वास दिलाता हूं कि मध्यप्रदेश में निवेशकों के निवेश का एक पैसा भी फिजूल नहीं जाएगा। चिन्हित अधिसूचित औद्योगिक क्षेत्रों में अब उद्योगपतियों को 3 वर्ष तक कोई अनुमति नहीं लेनी होगी। उद्योगों से ये अपेक्षा होगी कि वे नियमों और प्रक्रियाओं का स्वत: स्फूर्त रूप से पालन सुनिश्चित करेंगे। इतना ही नहीं, इन डीम्ड स्वीकृतियों के कम्प्लायंस के संबंध में उद्योगों की स्थापना से लेकर 3 वर्ष तक सक्षम अधिकारी द्वारा उद्योग का निरीक्षण भी नहीं किया जाएगा। कोई निरीक्षण परीक्षण नही करना, मामा को आप पर पूरा भरोसा है।
सीएम चौहान ने ये बातें इंदौर जीआईएस समिट के समापन मौके पर उद्योगपतियों और निवेशकों को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि हम मध्यप्रदेश में गारमेंट सेक्टर के लिए प्लग एंड प्ले फेसिलिटी क्रियेट करने जा रहे हैं अभी तक यह सुविधा आईटी और आईटी इनेबल्ड सर्विसेस सेक्टर में उपलब्ध है, लेकिन अब गारमेंट क्षेत्र में भी प्लग एण्ड प्ले की सुविधा निवेशकों को दी जाएगी। इससे निवेशक मध्यप्रदेश में आकर सीधे अपना कार्य प्रारंभ कर सकेंगे। कठिनाई दूर करने के लिए हाउ केन यू हेल्प की विंडो खोली जा रही है, आप अपनी समस्या बताएं, जब तक उसका समाधान नहीं होगा, हम फॉलोअप करते रहेंगे, मैं भी उसकी महीने में एक दिन समीक्षा करूंगा। मध्यप्रदेश में ईज आफ स्टार्टिंग बिजनेस और ईज आफ डूइंग बिजनेस को सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में हमने यह निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी 7 सूत्रीय रणनीति है जिसमें संवाद- लगातार, सहयोग- हर परिस्थिति में, सुविधा- नीति के अनुसार, स्वीकृतियां-बिना चक्कर लगाए मिलेंगी। इसके साथ ही उद्योगों के लिए- डेडीकेटेड हेल्पलाईन, सरलता- सिंगल विंडो सिस्टम, आॅनलाईन सिस्टम, समन्वय-विभिन्न एजेंसियों के बीच भी रणनीति में शामिल हैं। हमने तय किया है कि इंवेस्टर पर भी भरोसा करो, वो जमीन थोड़ी ले जाएंगे।
ये देश रहे पार्टनर
ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में कुल 10 देश पार्टनर कंट्री हैं जिनके नाम जापान, कनाडा, नीदरलैंड, गयाना, मॉरिशस, बांग्लादेश, जिम्बाब्वे, सूरीनाम, पनामा और फिजी हैं जिन्होंने अपने स्टालॅ भी लगाए। समिट 84 देशों के 447 अंतर्राष्ट्रीय बिजनेस डेलीगेट्स, 401 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय बायर्स शामिल हुए। जी 20 समेत लगभग 5000 से अधिक डेलीगेट्स आए और यहां 20 क्षेत्रों पर फोकस्ड सेक्टोरल सेशन्स और वन-टू-वन मीटिंग तथा वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम हुए।
इसलिए अजब, गजब और सजग है एमपी
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश अजब इसलिए है, क्योंकि पिछले 18 सालों में हमने शून्य से शिखर की यात्रा की है। मध्यप्रदेश गजब इसलिए है, क्योंकि ये संसाधन संपन्न हैं, ये शांति का टापू है, ये अध्यात्म का केंद्र है, ये पर्यटन में बेजोड़ है, ये इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर टेक्नोलॉजी तक और इनोवेशन से लेकर इंटरप्रीन्योरशिप तक हर क्षेत्र में समय से आगे चलने की क्षमता रखता है। मध्यप्रदेश सजग इसलिए है क्योंकि हमने अपनी कोर क्षमताओं को ही अपनी शक्ति बनाया है। चाहे एग्रीकल्चर या फूड प्रोसेसिंग, चाहे टेक्सटाइल हो या फार्मा, चाहे लॉजिस्टिक्स हो या आईटी, चाहे आॅटोमोबाईल हो या फिर नवकरणीय ऊर्जा ये सभी क्षेत्र मध्यप्रदेश की असली ताकत है और हम इन सभी क्षेत्रों में देश में अग्रणी हैं।
