भोपाल
विधायकों और सांसदों के पत्रों का जवाब नहीं दिए जाने के मामले में बुधवार को विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल में सरकार की किरकिरी हुई और इस मामले में विधायकों की आपत्ति के बाद विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने जीएडी मंत्री को निर्देश दिए हैं कि वे विभागों को विधायकों व सांसदों के पत्रों का जवाब देने के लिए कहें। साथ ही एक समिति के गठन की भी जानकारी दी है जो इसके प्रोटोकाल विधायकों को बताएगी।
प्रश्नोत्तर काल के दौरान विधायक रामचंद्र दांगी ने कहा कि पिछले तीन साल से वे मुख्यमंत्री, मंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों को पत्र लिखकर थक चुके हैं लेकिन कोई भी जवाब नहीं देता है। इसलिए अध्यक्ष इस मामले में व्यवस्था तय करें। नेता प्रतिपक्ष गोविन्द सिंह ने भी इस पर कहा कि पूर्व सीएम सुंदरलाल पटवा के समय जरूर यह व्यवस्था थी लेकिन उसके बाद इस पर अमल नहीं किया जाता है। सिंह ने कहा कि जीएडी के निर्देश हैं कि पत्रों का जवाब दिया जाए लेकिन अधिकारी जीएडी के निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इसलिए विधानसभा अध्यक्ष को इस मामले में निर्णय लेना चाहिए। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने खड़े होकर कहा कि जीएडी के अफसर यह निर्देश जारी करें कि विभागों को विधायकों और सांसदों के पत्रों का जवाब जरूर दिया जाना है। साथ ही उन्होंने कहा कि वे समिति बना रहे हैं जिसके माध्यम से विधायकों को जीएडी के निर्देशों और विधायकों के प्रोटोकाल की जानकारी दी जाएगी। इसके आधार पर विधायक बात कर सकेंगे।
