भोपाल
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने प्रदेश के छतरपुर, पन्ना, मुरैना, खरगोन, भिंड जिलों को सड़कों की सौगात दी है। गडकरी ने वार्षिक कार्ययोजना में 3827.44 करोड़ रुपए की मंजूरी इन जिलों में सड़कों के सुधार, बायपास निर्माण और एक्सप्रेस वे के लिए मंजूर किए जाने की जानकारी ट्वीट के जरिये दी है।
केंद्र सरकार के सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा लिए गए फैसले के मुताबिक मध्य प्रदेश के छतरपुर और पन्ना जिलों में एनएच-43 पर गुलगंज-अमानगंज-पवई-कटनी मार्ग पर बरना नदी से केन नदी सेक्शन तक 2-लेन में मौजूदा लेन के उन्नयन और पुनर्निर्माण कार्य को ईपीसी मोड पर बनाया जाएगा। इसके लिए 315.55 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्वीकृति दी गई है। प्रदेश में भारतमाला परियोजना के अंतर्गत मुरैना जिले के मैथाना गांव से कुरेथा गांव तक 4-लेन एक्सेस कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड अटल प्रोग्रेस-वे (चंबल एक्सप्रेस-वे) के निर्माण कार्य को हाइब्रिड एन्यूइटी मोड में मंजूरी दी गई है। इसके लिए 944.801 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्वीकृति दी गई है। इसी तरह भारतमाला परियोजना में ही मुरैना जिले के झुंडपुरा गांव से मैथाना गांव तक 4-लेन एक्सेस कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड अटल प्रोग्रेस-वे (चंबल एक्सप्रेस-वे) के निर्माण को हाइब्रिड एन्यूइटी मोड में स्वीकृत किया गया है। इसके लिए 1289.87 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा प्रदेश के खरगोन जिले में एनएच-347 पर कसरावद बाईपास, सैलानी बाईपास, खरगोन बाईपास और बिस्टान बाईपास के 2-लेन निर्माण को ईपीसी मोड पर बनाया जाएगा। इसके लिए 467.93 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। खरगोन जिले में ही एनएच-347 पर सरवरदेवला से पाल (मध्य प्रदेश - महाराष्ट्र सीमा) सड़क खंड के 2-लेन सुधार कार्य को ईपीसी मोड पर बनाया जाएगा जिसके लिए 461.23 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। भिंड जिले में एनएच-552 एक्सटेंशन पर एटर रीअलाईनमेंट और भिंड बाईपास के 2-लेन निर्माण को ईपीसी मोड पर पूरा करने के लिए 348.06 करोड़ रुपए स्वीकृति दी गई है।