भोपाल
बीजेपी के बूथ विजय संकल्प अभियान के दौरान पार्टी के निर्देश पर कार्यक्रम करना कई जिलों में मंडल अध्यक्षों को भारी पड़ा है। इसमें मंडल अध्यक्षों को सबसे अधिक दिक्कत दो सौ या अधिक लोगों को भोजन कराने में हुई है। कई जिलों में मंडल अध्यक्षों को सपोर्ट नहीं मिलने के कारण इसका सारा खर्च उन्हें ही उठाना पड़ा है। अब ऐसे मंडल अध्यक्ष यह कहते फिर रहे हैं कि अपनी जेब से पार्टी कार्यक्रम के लिए पैसे खर्च कर रहे हैं और नाराज नेताओं की शिकायत पर मंडल अध्यक्षों को हटाने की चेतावनी अलग मिल रही है।
प्रदेश में 4 मई से 14 मई तक बूथ विजय संकल्प अभियान चलाया गया है। कई जिलों में अभी भी यह कार्यक्रम मंडल स्तर पर कराए जा रहे हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार इस अभियान में यह निर्देश थे कि रस्सी कूद, कुर्सी दौड़ समेत अन्य सार्वजनिक कार्यक्रम कराए जाएं और इसमें दो सौ या अधिक लोगों की मौजूदगी रहे। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हों। कार्यक्रम में शामिल होने वाले नागरिकों को भोजन कराने और पार्टी का गमछा देने के भी निर्देश थे। शहरी इलाकों में इसमें आने वाले खर्च के लिए पार्षदों को सहयोग करने के लिए कहा गया था लेकिन कई जिलों में पार्षदों ने मंडल अध्यक्षों से नहीं बनने के चलते किनारा कर लिया। नतीजा यह हुआ कि सारा बोझ मंंडल अध्यक्षों पर आ गया और उन्हें भोजन व अन्य खर्च उठाने पड़े। इनकी बात बीजेपी प्रदेश कार्यालय तक भी पहुंची है जिसमें कहा गया है कि पार्टी के कार्यक्रम के लिए पैसा खर्च करने का काम किया लेकिन कोई न कोई कमी निकालकर कई मंडल अध्यक्षों को हटाने की चेतावनी भी मिल रही है।
