भोपाल
30 हजार रुपये के वेतन पर संविदा पर कार्यरत उपयंत्री हेमा मीना के यहां मिली करोड़ों की चल अचल संपत्ति के खुलासे के बाद उसके करप्शन में सहयोगी परियोजना यंत्री को राज्य शासन ने सस्पेंड कर दिया है। उपयंत्री रही हेमा मीना के यहां लोकायुक्त छापे में हुई कार्यवाही में करोड़ों की नकदी और जमीन के दस्तावेज के रूप में संपत्ति मिली थी। साथ ही 30लाख रुपए का टीवी भी घर पर पाया गया था। अभी भी हेमा मीणा के खिलाफ जांच जारी है।
मध्यप्रदेश पुलिस आवास एवं अधोसंरचना विकास निगम के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एवं प्रबंध संचालक उपेन्द्र जैन ने प्रभारी परियोजना यंत्री सागर संभाग जनार्दन सिंह को पर्यवेक्षणीय कार्य में लापरवाही बरतने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में प्रभारी परियोजना यंत्री जनार्दन सिंह को मुख्यालय भोपाल से संबद्व किया गया है।
आदेश के अनुसार बर्खास्त उपयंत्री हेमा मीना तत्कालीन संविदा प्रभारी सहायक यंत्री लंबी अवधि से परियोजना यंत्री सागर संभाग जनार्दन सिंह के अधीन कार्य कर रही थी। हेमा मीना पर प्रभारी पर्यवेक्षण करना जनार्दन सिंह का कर्तव्य था। इनके पर्यवेक्षण की असफलता के कारण मध्यप्रदेश पुलिस आवास एवं अधोसंरचना की छवि विकास निगम धूमिल हुई है। हेमा मीना तत्कालीन संविदा प्रभारी सहायक यंत्री के विरुध्द लोकायुक्त संगठन द्वारा भ्रष्टाचार अधिनियम 1988 एवं संशोधित अधिनियम 2018 के अंतर्गत 11 मई 2023 को मामला पंजीबध्द किया गया था।
