भोपाल
चुनाव का समय नजदीक आने के साथ अब बीजेपी के असंतुष्ट कार्यकर्ताओं का विरोध मुखर होने लगा है। रतलाम भाजपा में भी ऐसी ही स्थिति बनी है जहां जिलाध्यक्ष के विरोध में बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं ने संगठन तक अपनी बात पहुंचाई है। दो मंडलों के अध्यक्षों ने तो पूरी कार्यकारिणी के साथ इस्तीफा दे दिया है क्योंकि उनका कहना है कि संगठन में उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। अब यह मामला भोपाल तक आ गया है।
बीजेपी में चल रही इस राजनीतिक उठापटक का फायदा उठाने के लिए रतलाम जिले के कांग्रेस कार्यकर्ता सक्रिय हो गए हैं और पीसीसी के पदाधिकारी इसको लेकर रतलाम के कई बीजेपी नेताओं के संपर्क में भी बताए जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि रतलाम भाजपा जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह लुनेरा का विरोध इसलिए सबसे ज्यादा हो रहा है क्योंकि वे जिले के दो विधायकों की ही बात सुनते हैं। उन्हें प्रदेश के एक वरिष्ठ नेता का वरदहस्त प्राप्त है। इसलिए वे संगठन के कार्यकर्ताओं की सुनने की बजाय विधायकों के कहे अनुसार ही निर्णय लेते हैं। इसी के चलते बढ़े असंतोष के बाद रतलाम जिले के आलोट मंडल और शबरी मंडल अध्यक्षों द्वारा पूरी कार्यकारिणी के साथ इस्तीफा दे दिया गया है। बताया जाता है कि इन्हें समझाईश देने के बजाय आलोट मंडल में नए मंडल अध्यक्ष की भी नियुक्ति कर दी गई है। सूत्रों का कहना है कि कार्यकर्ताओं की नाराजगी के पीछे यहां बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की मोनोपोली को भी जिम्मेदार बताया जा रहा है और इस पर नियंत्रण नहीं कर पाने के कारण असंतोष बढ़ता जा रहा है।