भोपाल
सीधी जिले में पदस्थ आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त राजेश सिंह परिहार को लोकायुक्त पुलिस रीवा में 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। यह रिश्वत उन्होंने सिंहावल के छात्रावास अधीक्षक अशोक पांडेय का तबादला जिले के अन्य छात्रावास में करने के ऐवज में ली थी। इसके पहले शिवपुरी में भी 2022 में परिहार 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते ट्रेप हो चुके हैं। उधर नर्मदा पुरम में सीएमएचओ दफ़्तर में कर्मचारी से 30 हजार घूस लेते 3। कर्मचारी अरेस्ट किए गए हैं।
सीधी में हुई कार्रवाई को लेकर एसपी लोकायुक्त रीवा गोपाल सिंह धाकड़ ने बताया कि उनके पास अशोक पांडे ने शिकायत की थी कि उनका दूसरे छात्रावास में तबादला करने के लिए सहायक आयुक्त राजेश सिंह परिहार और प्राथमिक शिक्षक प्रभारी छात्रावास अधीक्षक टमसार अनिरुद्ध पांडे ने एक लाख रुपए की मांग की है जिस पर 20 हजार रुपए कुछ दिन पहले पांडे को दिए गए। शिकायत की पुष्टि होने के बाद शुक्रवार की सुबह लोकायुक्त पुलिस के डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार, निरीक्षक जियाउल हक सहित 12 सदस्यीय टीम रीवा से सीधी पहुंची। परिहार ने 80 हजार रुपए देने के लिए अपने शासकीय बंगले पर बुलाया। जैसे ही फरियादी ने उन्हें यह रुपए दिए, वैसे ही पुलिस ने परिहार और पांडे दोनों को यहीं से दबोच लिया।
फरियादी का आरोप हर हॉस्टल से लिया जाता है महीना
इधर इस कार्यवाही के बाद फरियादी ने लोकायुक्त पुलिस को बताया कि परिहार हर हॉस्टल से महीना भी लेते हैं। उन्होंने बताया कि जिले में 113 हॉस्टल हैं। इसमें से 200 छात्र-छात्राओं से कम की संख्या वाले हॉस्टल से हर महीने 50 हजार रुपया और दो सौ से ज्यादा छात्र एवं छात्राओं वाले हॉस्टल से एक लाख रुपए महीना लिया जाता है। लोकायुक्त पुलिस फरियादी के इस आरोप को लेकर भी जांच कर सकती है।
सीएमएचओ दफ्तर के 3 कर्मचारी 30 हज़ार लेते गिरफ्तार
उधर नर्मदा पुरम के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय में अपने ही विभाग के एक कर्मचारी से समयमान वेतनमान की राशि निकालने के बदले 30 हजार रुपए लेते पकड़े गए हैं। इनके द्वारा ₹ 50000 की रिश्वत मांगी गई थी, जिसकी शिकायत भोपाल लोकायुक्त से की गई थी। इसके बाद लोकायुक्त पुलिस ने शिकायत की जांच करने के बाद ट्रैप की प्लानिंग की और शिकायतकर्ता कर्मचारी को केमिकल युक्त ₹ 30000 के नोट देकर रिश्वत अदा करने के लिए भेजा और गिरफ्तार कर लिया।समयमान वेतनमान का रुपए निकालने के एवज में निर्मला थंडवाल से 50 हजार की रिश्वत मांगी थी। लोकायुक्त पुलिस ने महेश कुमार मेवारी अकाउंटेंट, संतोष नागाइच कंप्यूटर ऑपरेटर और गजेंद्र वर्मा सहायक ग्रेड 3 को पकड़ा है।