मध्य प्रदेश में चुनावी बयार बहने लगी है। राजनीतिक पार्टियां अपनी अपनी रणनीतियां बनाना शुरू कर चुकी हैं। चुनावी वैतरणी पार करने के लिए नेताओं ने कमर कस ली है पर चंद दिन पूर्व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का बयान आया कि मैं अभी बूढ़ा नहीं हुआ हूं, यह बयान अपने आप में एक प्रश्न खड़ा करता है कि आखिर उनको यह क्यों बोलना पड़ा ? क्योंकि लगातार भारतीय जनता पार्टी और जनता भी उन्हें थका हुआ नेता कहने लगी है। दूसरी ओर कांग्रेस में सबसे ज्यादा सक्रियता दिखाने का प्रयास दिग्विजय सिंह कर रहे हैं पर वह खुद कहते हैं कि मेरे भाषण देने से कांग्रेस के वोट कटते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की जोड़ी कांग्रेस की नैय्या को पार लगाने का प्रयास कर रही है पर थके हुए कमलनाथ और चुके हुए दिग्विजय सिंह पुत्र मोह में ग्रसित दिखाई देते हैं। कमलनाथ लगातार नकुल नाथ को आगे बढ़ा रहे हैं और दिग्विजय सिंह अपने पुत्र जयवर्धन सिंह को और यह नजर भी आ रहा है कि अपने -अपने पुत्रों को राजनीति में स्थापित करने के लिए दोनों नेता हाथ पैर चला रहे हैं और हर संभव प्रयास कर रहे हैं। कमलनाथ ने अपनी संसदीय सीट छोड़ी तो बेटे नकुल नाथ को वहां से सांसद बनवाया, दिग्विजय सिंह ने अपने पुत्र जयवर्धन सिंह को कांग्रेस की सरकार में कैबिनेट मंत्री बनवाया। यह कहीं न कहीं यह सिद्ध करता है कि राजा अपने राजकुमार को गद्दी सौंपता है। जब वह बुजुर्ग हो जाता है और उसके वानप्रस्थ का समय आ जाता है। इससे यह सिद्ध हो रहा है कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने अपनी राजनीतिक विरासत अपने पुत्रों को सौंप दी है। भारतीय जनता पार्टी की चुनाव की कमान शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर और वीडी शर्मा की तिकड़ी संभाल रही है। तीनों का आपसी तालमेल और अनुभव कहीं न कहीं भाजपा को सत्ता के फिर करीब ले जा रहा है। भाजपा के कार्यकर्ताओं में उत्साह है और वह चुनाव में पूरी ताकत से जुड़ गए हैं पर कांग्रेस में गुटबाजी अभी से नजर आने लगी है। कांग्रेस द्वारा चुनाव के संचालन के लिए जो समितियां बनाई जा रही हैं उसमें भी गुटबाजी और पुत्र मोह और परिवारवाद नजर आ रहा है। वरिष्ठ और अनुभवी नेता इस परिवारवाद की बलि चढ रहे हैं ।चुनाव से पूर्व कांग्रेस की यह अंतर कला उसकी नैया को डुबो देगी और थके हुए और चुके हुए नेता क्या परिणाम देंगे, यह नजर भी आने लगा है। जनता भाजपा के साथ है और फिर मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने जा रही है।

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