भोपाल
केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि गायों की तस्करी के कारण बच्चों को दूध नहीं मिल पा रहा है। इस कारण बच्चों का सर्वांगीण विकास नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि गायों की तस्करी से वे दुखी हैं। भोपाल नगर निगम कमिश्नर की कार्यशैली से वे नाराज हैं। मंत्री की यह नाराजगी कुत्तों को शहर से बाहर ले जाकर जंगल में छोड़ने के रूप में सामने आई है। कुत्ते जंगल में ले जाकर छोड़ने के बाद हिंसक होते हैं, इसका असर गरीबों पर पड़ता है।
केन्द्रीय मंत्री गांधी ने ये बातें भोपाल प्रवास के दौरान एक निजी चैनल से चर्चा में कहीं। उन्होंने कहा कि शहर से कुत्तों को गाड़ियों में भरकर जंगल में ले जाकर छोड़ा जाता है। ऐसे में भूखे प्यासे कुत्ते हिंसक होते हैं और शहर की ओर वापस लौटने पर लोगों को काट भी लेते हैं। अमीर लोग तो गाड़ियों के भीतर रहते हैं और सुरक्षित होते हैं पर गांवों के गरीब और पैदल चलने वाले कुत्तों के गुस्से का शिकार होते हैं। नगरनिगम की यह कार्यशैली इसकी वजह है। निगम के ऐसे कार्य से वे बहुत दुखी हैं।
गाय की तस्करी के कारण नहीं मिल रहा दूध
बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्रों में दूध दिए जाने के सवाल पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि गायों की तस्करी के कारण बच्चों को दूध नहीं मिल पा रहा है। इस कारण बच्चों का सर्वांगीण विकास नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि गायों की तस्करी से वे दुखी हैं।
जमीन पर नहीं बचे पेड़
केन्द्रीय मंत्री गांधी का कहना है कि भोपाल में उनके नाना की हजार एकड़ से अधिक जमीन थी। वन ट्री हिल्स से लेकर एयरपोर्ट और आगे तक का इलाका उनका था। यह जमीन पहले इतनी हरी भरी थी कि देखकर मन खुश होता था। अब इस जमीन पर पेड़ नहीं बचे। लोगों का कब्जा हो गया है। इससे दुख होता है पर अब समय बदल गया है। समय के साथ चलना होगा।
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