भोपाल
विधायक रामेश्वर शर्मा द्वारा सीईओ जिला पंचायत पीसी शर्मा को दी गई धमकी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। ग्रामीण विकास विभाग इस पूरे मामले की निंदा करते हुए सोमवार को राज्यव्यापी हड़ताल का निर्णय लिया है। राज्य प्रशासनिक सेवा संघ और कनिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी (तहसीलदार) संघ ने ग्रामीण विकास विभाग के इस आंदोलन का समर्थन किया है। इनकी मांग है कि विधायक के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तारी की जाए और उन्हें भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता पद से हटाया जाए।
सीईओ जिला पंचायत शर्मा के साथ विधायक रामेश्वर शर्मा की फोन पर हुई बात का आडियो वायरल होने के बाद कर्मचारियों व अधिकारियों में आक्रोश है। इसको लेकर आज ग्रामीण विकास विभाग अधिकारी संघ की आपात बैठक हुई। संघ की बैठक में तय हुआ कि आगामी सात सितम्बर को जिला मुख्यालय पर रैली निकाली जाएगी और सीएम को संबोधित ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा जाएगा। इस दिन ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, जिला पंचायत के दफ्तर पूरी तरह बंद रहेंगे। बैठक में जानकारी दी गई कि आंदोलन को राज्य प्रशासनिक सेवा संघ, तहसीलदार संघ, पंचायत सचिव कर्मचारी संघ, ग्राम रोजगार सहायक संघ, नरेगा कर्मचारी संघ ने समर्थन दिया है।
विधायक की गिरफ्तारी हो
ग्रामीण विकास अधिकारी संघ के प्रांताध्यक्ष ने कहा कि बैठक में एक स्वर में कहा गया कि इस मामले में बागसेवनिया थाने में दिए गए आवेदन के आधार पर विधायक के विरुद्ध प्रकरण दर्ज हो और उनकी गिरफ्तारी की जाए। सभी ने विधायक की निंदा करते हुए आंदोलन में एकजुट होकर विरोध करने की बात कही।
इनका कहना--
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदू भैया को ज्ञापन देंगे और बताएंगे कि विधायक रामेश्वर पार्टी के प्रवक्ता हैं। जब प्रवक्ता का रूप ऐसा है तो पार्टी के प्रति क्या मैसेज जाएगा? इसके लिए पार्टी चिन्तन करे। यह मांग की जाएगी कि विधायक रामेश्वर को प्रवक्ता पद से हटाया जाए।
भूपेश गुप्ता, प्रांताध्यक्ष, ग्रामीण विकास अधिकारी संघ
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मैंने सभी वरिष्ठ अधिकारियों को पूरे घटनाक्रम की जानकारी देकर कार्रवाई की मांग की है। जो हुआ उसमें मेरा दोष नहीं है। मुझे इससे अधिक इस मामले में कुछ नहीं कहना है।
-पीसी शर्मा, सीईओ, जिला पंचायत, भोपाल
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