इंदौर। आयकर विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई
करते हुए इंदौर के मित्तल समूह के कई
ठिकानों पर छापे मार कार्रवाई की।
विभाग की पांच से ज़्यादा टीम दिनेश, अंशुल और अंकित मित्तल के घर, दफ्तर और
फैक्ट्री सहित विभिन्न कार्यालयों पर पहुंची और कार्रवाई शुरू की। गौरतलब
है कि मित्तल समूह सौ साल से धातुओं के व्यापार और इनसे जुड़ी विभिन्न
इंडस्ट्रियल गुड्स के निर्माण में सक्रिय है। समूह के इंदौर के अलावा कई
अन्य शहरों में भी ऑफिस हैं। फिलहाल विभाग का सबसे ज़्यादा ध्यान कंपनी के
गीता भवन स्थित कार्यालय पर है। सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग को कंपनी से
करोड़ों रुपए की आयकर चोरी उजागर होने की उम्मीद है। विभाग के अनुसार
कार्रवाई देर रात तक चलने की उम्मीद है।
ठिकानों पर छापे मार कार्रवाई की।
विभाग की पांच से ज़्यादा टीम दिनेश, अंशुल और अंकित मित्तल के घर, दफ्तर और
फैक्ट्री सहित विभिन्न कार्यालयों पर पहुंची और कार्रवाई शुरू की। गौरतलब
है कि मित्तल समूह सौ साल से धातुओं के व्यापार और इनसे जुड़ी विभिन्न
इंडस्ट्रियल गुड्स के निर्माण में सक्रिय है। समूह के इंदौर के अलावा कई
अन्य शहरों में भी ऑफिस हैं। फिलहाल विभाग का सबसे ज़्यादा ध्यान कंपनी के
गीता भवन स्थित कार्यालय पर है। सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग को कंपनी से
करोड़ों रुपए की आयकर चोरी उजागर होने की उम्मीद है। विभाग के अनुसार
कार्रवाई देर रात तक चलने की उम्मीद है।
भारत सहित पांच देशों के सिक्के बनाती है मित्तल समूह की कंपनी
मिली जानकारी अनुसार मित्तल समूह की मित्तल एप्लायंसेस नामक कंपनी का कारोबार भारत के अलावा दुनिया के अन्य कई देशों में फैला हुआ है। यह कंपनी भारत सहित अन्य पांच देशों के लिए उनके अधिकारिक सिक्के ढालती है। कंपनी के ग्राहकों में भारत के रिजर्व बैंक सहित थाइलैंड, मलेशिया, पेरु और डोमिनियन रिपब्लिक देश की सरकारें शामिल हैं।
मिली जानकारी अनुसार मित्तल समूह की मित्तल एप्लायंसेस नामक कंपनी का कारोबार भारत के अलावा दुनिया के अन्य कई देशों में फैला हुआ है। यह कंपनी भारत सहित अन्य पांच देशों के लिए उनके अधिकारिक सिक्के ढालती है। कंपनी के ग्राहकों में भारत के रिजर्व बैंक सहित थाइलैंड, मलेशिया, पेरु और डोमिनियन रिपब्लिक देश की सरकारें शामिल हैं।
दो और दस रुपए का सिक्का बनाती है कंपनी
भारत में चलने वाले 2 और 10 रुपए के सिक्के मित्तल एप्लायंसेस ही बनाकर रिजर्व बैंक को देती है। इसके अलावा थाइलैंड की सरकार के लिए 1 बात ( थाइलैंड की मुद्रा) मलेशिया की सरकार के लिए 10, 20 और 50 सेन, पेरू के लिए 1 न्यूवो और डोमिनियन रिपब्लिक के लिए 25 पैसों के सिक्के बनाते हैं। सिक्के ढालने के बाद कंपनी कोरे सिक्के संबंधित देश के रिजर्व बैंक या सरकार को सौंप देती है। इसके बाद वह सरकार उस पर अपनी अधिकारिक मुद्रा, सन और अन्य जानकारी अंकित करवाती है।
भारत में चलने वाले 2 और 10 रुपए के सिक्के मित्तल एप्लायंसेस ही बनाकर रिजर्व बैंक को देती है। इसके अलावा थाइलैंड की सरकार के लिए 1 बात ( थाइलैंड की मुद्रा) मलेशिया की सरकार के लिए 10, 20 और 50 सेन, पेरू के लिए 1 न्यूवो और डोमिनियन रिपब्लिक के लिए 25 पैसों के सिक्के बनाते हैं। सिक्के ढालने के बाद कंपनी कोरे सिक्के संबंधित देश के रिजर्व बैंक या सरकार को सौंप देती है। इसके बाद वह सरकार उस पर अपनी अधिकारिक मुद्रा, सन और अन्य जानकारी अंकित करवाती है।
कुछ समय पहले भी पड़ा था छापा
आयकर आयुक्त और जनसमर्क प्रभारी जेपी चन्द्रवंशी ने बताया कि छापेमार कार्रवाई सुबह से चल रही है। उन्होंने कार्रवाई पूरी होने के पहले और कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया। सूत्रों के मुताबिक 4-5 महीने पहले भी इसी समूह के यहां विभाग ने कार्रवाई की थी।
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