भोपाल
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के एक ट्वीट पर सियासी माहौल गरमा गया है। इस मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के पलटवार के बाद अब पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने उन पर हमला बोला है।
मंगलवार सुबह गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ पर हमला करते हुए कहा कि नाथ अपने विधायकों को देखने आईसीयू में नहीं पहुंचे लेकिन मुर्दों की बातचीत सुनने के लिए कब्रिस्तान पहुंच गए। कमलनाथ कम से कम जनता के साथ मजाक तो मत करें। माना कि आप सोने का चम्मच मुंह में लेकर जन्मे हैं तो जनता के साथ सहानुभूति के दो शब्द नहीं कह सकते हैं? मिश्रा ने ये बातें मीडिया से चर्चा में नाथ द्वारा किए गए उस ट्वीट के परिप्रेक्ष्य में कहीं जिसमें सोशल मीडिया में 15 लाख रुपए मिलने की आस में मुर्दों की बात का जिक्र किया गया था।
मंत्री मिश्रा ने कहा कि प्रदेस में कोरोना की स्थिति अब नियंत्रण में है तो कांग्रेस से देखा नहीं जा रहा है। माहौल खराब करने के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती है। मई के प्रारंभ में कोरोना के संबंध में अज्ञात आशंका थी। पिछले 24 घंटों में मात्र 5533 नए प्रकरण आए हैं। मिश्रा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने तय कर लिया है कि राष्ट्रीय स्वाभिमान के विषय पर वह सवाल खड़े करेगी। इसीलिए स्थिति यह हो गई है कि कांग्रेस वेंटीलेटर पर आ गई है।
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को अघोरी बताने के मामले पर आपत्ति करते हुए कहा कि गृहमंत्री मिश्रा सीएम बनने के लिए खूब तंत्र साधना किये। इसलिए उन्हें अक्सर अघोरी और तांत्रिक लोगों की याद सताती रहती है। पटवारी ने कहा कि गृहमंत्री आये दिन जिस तरह से कमलनाथ को लेकर आरोप प्रत्यारोप की राजनीति करते हैं, उससे लगता है कि मंत्री नरोत्तम मिश्रा की मानसिक हालत कुछ ठीक नहीं है। उन्हें अच्छे मनोचिकित्सक से उपचार कराने की जरूरत है।
यह ट्वीट किया था पूर्व सीएम कमलनाथ ने
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किये ट्वीट में कहा था कि कुछ वर्षों पहले कही गई बात आज कितनी सच है ? “लोग इतना झूठ सुन चुके होंगे कि सच को भी नहीं पहचान पाएंगे। हम लोग लगातार झूठ सुन-सुनकर सच को भी पहचानना भूल गए हैं और यदि कोई सच भी बोलता है तो हमें वो भी झूठ लगता है ? मानवता के लिए यह मुश्किल दौर है। हर विषय पर परोसे जाने वाली झूठ की कीमत आने वाली पीढ़ियां चुकायेगी “ झूठ को पहचानें -सच्चाई का साथ दें।
इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल एक मैसेज को भी उसमें टैग किया जिसमें कहा गया था कि
“श्मशान में शव आपस में बातें कर रहे थे-
अगर ‘अच्छे दिन’ और ‘15 लाख‘ के लालच में नहीं पड़ते तो अभी तक जीवित होते और 25-30 वर्ष और जी लेते “ ?
(सोशल मीडिया से साभार)
