भोपाल
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को फिर शराब बंदी की मांग याद दिलाते हुए कहा है कि वे शराबबंदी के लिए फिर मुहिम छेड़ेंगी। उन्होंने कहा कि सीएम शिवराज, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा वीडी शर्मा शराबबंदी को लेकर जागरुकता की बात करते हैं पर मेरा मानना है कि शराबबंदी जागरुकता अभियान से नहीं लठ से ही खत्म होगी। उमा ने कहा कि फिर भी मैं लोकतंत्र का पालन करूंगी और इस दौरान जागरुकता कार्यक्रम से शराबबंदी की कोशिश होगी। इसके बाद 15 जनवरी तक का समय सीएम शिवराज और प्रदेश अध्यक्ष शर्मा को देती हूँ। उसके बाद मैं सड़क पर उतर आऊंगी।
उमा भारती ने यह बातें शनिवार को राजधानी में अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा में कहीं। उन्होंने इस दौरान दोबारा शुरू की जाने वाली गंगा यात्रा पर चर्चा की। साथ ही गंगा के प्रति अपना लगाव भी बताया और कहा कि गंगा ने अपने उद्देश्य के लिए मुझे पकड़ लिया है।
नवरात्र पर फिर गंगा यात्रा करेंगी शुरू
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने बताया कि नवरात्रि में फिर गंगा यात्रा पर निकलेंगी। इसका अक्षय तृतीया पर गंगा सागर में विसर्जन होगा। ये इस यात्रा पूरा करने का चौथा अटेम्प्ट होगा। जब तक गंगा का काम पूरा नहीं होगा तब तक पार्टी में मुझे कोई काम नहीं चाहिए। गंगा के लिए मेरा कई राज्यो के साथ मन मुटाव हो गया था। पीएम नरेंद्र मोदी भी गंगा को लेकर समझ रखते हैं। उमा भारती ने कहा कि कुछ लोग गंगा में भी बिजनेस करना चाहते हैं। मैंने फिलहाल कह रखा है कि अगर ऐसा कोई काम जो मेरे बिना नहीं होगा तो वही बताना मैं समय निकाल कर पूरा कर दूंगी।
उमा भारती ने यह भी कहा कि 2005 में एक यात्रा के दौरान मैंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहा था कि आप मुख्यमंत्री बनें। मुख्यमंत्री का चुनाव विधायक दल के जरिए होना चाहिए। उस समय शिवराज के मुख्यमंत्री बनने को लेकर मेरा समर्थन नहीं था उसके पीछे एक अन्य व्यक्ति था जो आज इस दुनिया में नहीं है। मैंने उनसे कहा था कि अबकी बार की जो सरकार हो वह ऐसी हो जो गांधी के आदर्शो पर चले, फिर केंद्र से सीएम का नाम आ गया था।

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