इंदौर में जवाहर टेकरी पर सोमवार को मूर्ति विसर्जन के लिए ले जाकर विधिवत विसर्जन के बजाय फेंकने का वीडियो वायरल हो गया। इस मामले में नगर निगम की किरकिरी होने के बाद अधिकारियों ने मंगलवार को थाने जाकर अपने ही 9 कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज करा दिया। पूरा मामला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जानकारी में आने के बाद आनन-फानन में निगम के 7 दैनिक वेतन भोगियों को बर्खास्त (सेवा समाप्त) करने के आदेश सोमवार की रात जारी कर दिए थे और दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया था।
अपर आयुक्त अभय राजगांवकर मंगलवार को चंदन नगर थाने पहुंचे। यहां हेमराज, सुनील, करण, राजेश रामाजी, मुकेश, लखन, राजू, सुपरवाइजर चंद्रशेखर यादव और अविनाश देशमुख के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। इसके साथ ही जोन 13 के जोनल अधिकारी ब्रजमोहन भगोरिया और कार्यक्रम अधिकारी शैलेष पाटोदी को वर्तमान में पद से हटा दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक उन्हें पूरे समय यहां मौजूद रहना था लेकिन वह ड्यूटी से लापरवाही पूर्वक गायब हो गए थे।
सांसद शंकर लालवानी ने भी सोमवार को जवाहर टेकरी में नगर निगम कर्मचारियों द्वारा गणेश भगवान की मूर्तियों को विसर्जन के दौरान फेंकने की घटना की निंदा की है। लालवानी ने बताया कि इस मामले में उन्होंने कलेक्टर मनीष सिंह और नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल से कहा है कि ऐसे कृत्य के लिए जवाबदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस कृत्य को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी नाराजगी व्यक्त की है।
