मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को सिंगरौली जिले के चितरंगी में सरकारी योजना राशि की किस्त दिए जाने के बदले अलग से राशि की मांग किए जाने पर जनपद सीईओ को हटा दिया है। सीएम चौहान ने आम सभा के दौरान इसका ऐलान किया। साथ ही आरोपी जनपद सीईओ के खिलाफ जांच के निर्देश दिए हैं।
आम सभा के दौरान सीएम चौहान ने पहले जिला पंचायत सीईओ को बुलाया, उन्होंने कहा कि जिला पंचायत सीईओ कहां हैं ? उनके पास आने पर शिवराज ने कहा कि मेरे पास शिकायत आई है कि जनपद पंचायत में वह राशि जो किस्त की डलती है, उसके अलावा भी कुछ मांग की जा रही है, इसका पता कर लीजिए और मैं जनपद पंचायत सीईओ को तत्काल प्रभाव से हटा रहा हूं | मेरे पास शिकायत आई है, उनकी पूरी जांच कीजिए।
उन्होंने कहा कि मेरे पास एक आवेदन आया है जो कन्या विवाह की सहायता राशि न मिलने बाबत है। कन्या विवाह के लिए फॉर्म भरा गया और ब्लॉक के बाबू द्वारा 5 हजार रुपए ले लिए गए। जांच करा कर उसे सस्पेंड करो। आवेदक को उसका पैसा मिल जाना चाहिए।
सरकार नीलाम नहीं करेगी तेंदूपत्ता, नई नीति बना रहे
उन्होंने कहा कि चितरंगी में मिनी स्टेडियम बनाया जाएगा ताकि यहां के बच्चों को खेलने-कूदने का स्थान मिल सके। अगले वर्ष से हम नई नीति बना रहे हैं। तेंदूपत्ता अब सरकार नीलाम नहीं करेगी, वन समिति नीलाम करेंगी। पूरा पैसा गरीब आदिवासियों के पास जाएगा। सीएम ने कहा कि मुझे बसंत लाल बैगा का आवेदन मिला है। 1998 से कब्जा है लेकिन पट्टा नहीं मिला। अफसरों को निर्देश हैं कि एक-एक का परीक्षण करो। जो गरीब आदिवासी 2006 से जमीन पर कब्जाधारी है। उनको पट्टा देने के लिए कानून है। उसका पालन किया जाए। एक-एक दावे का पुन: परीक्षण करो। मैं आज घोषणा करता हूं कि चितरंगी कॉलेज में बीए के साथ ही बीएससी और बीकॉम की कक्षाएं भी अगले सत्र से प्रारंभ की जाएंगी। पूर्व मंत्री जगन्नाथ सिंह को याद करते हुए उन्होंने कहा कि आज जगन्नाथ सिंह याद आ रहे हैं। सबसे पहले उन्होंने चितरंगी में कॉलेज की मांग की थी। इसलिए आज जब में चितरंगी आया तो कॉलेज का उद्घाटन किया। कॉलेज का नाम स्व.जगन्नाथ सिंह कॉलेज होगा।
चितंरगी की पहचान पूरे हिंदुस्तान में बनाई थी तो स्व.जगन्नाथ सिंह ने बनाई थी।

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