भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह प्रदेश का सौभाग्य है कि 48वीं कांग्रेस भोपाल में हो रही है। अब साबित हो गया है कि सिर्फ आंतरिक पुलिसिंग नहीं बल्कि पुलिस के अन्य आयाम भी हो चुके हैं। इसके लिए पुलिस काम कर रही है। एमपी में 2011 में 83 हजार का पुलिस बल था जो अभी 1.26 लाख तक पहुंच गया है। बदलते दौर के साथ पुलिस की भूमिका बदलती जा रही है। अब सिर्फ अपराधी को पकड़ना पुलिस का काम नहीं रह गया है। नशामुक्ति का अभियान चलाना हो या बेटियों की सुरक्षा का मामला हो अथवा सायबर क्राइम के मामले में एक्शन लेना हो, पुलिस हर जगह अपनी भूमिका सफल रूप में निभा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड काल में हमारे कई साथी पुलिस अधिकारी कर्मचारी दूर हो गए लेकिन अपनी जिम्मेदारी निभाने में पीछे नहीं हटे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट पुलिसिंग का जो कांसेप्ट दिया है, उस पर खरा उतरने का काम पुलिस कर रही है। उन्होंने मध्यप्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि एमपी के सफेदपोश लोगों के कब्जे से 21 हजार एकड़ जमीन मुक्त कराने का काम पुलिस ने पिछले महीनों में किया है। इस जमीन की कीमत 12 हजार करोड़ है और अब सरकार इस मुक्त भूमि का अलग-अलग कामों में उपयोग कर रही है। इस दौरान उन्होंने एमपी पुलिस द्वारा चलाए जाने वाले अलग-अलग कार्यक्रमों, नई तकनीकी और बेस्ट प्रैक्टिसेस की चर्चा भी की। उन्होंने पुलिस अकादमी के बालाजी श्रीवास्तव द्वारा कार्यशाला के एजेंडे की जानकारी के मामले में कहा कि इस मंथन से निकला अमृत हमारी पुलिसिंग को और मजबूत करने का काम करेग। share