भोपाल
प्रदेश में इन दिनों बिजली के साथ पेयजल संकट सरकार के लिए परेशानी की वजह बना है। राजधानी भोपाल में पांच दिन से पानी सप्लाई प्रभावित होने पर कमिश्नर व्हीएस चौधरी कोलसानी को व्यवस्था सुधारने की नसीहत देकर धार पहुंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान को वहां ग्रामीणों ने घेर लिया। इस दौरान सीएम चौहान ने ग्रामीणों की शिकायत पर पीएचई अफसर की जमकर क्लास ली और कहा कि दौरे कर पानी सप्लाई की व्यवस्था दुरुस्त कराएं।
सीएम चौहान सोमवार को सुबह धार जिले के सरदारपुर पहुंचे थे। यहां पूर्व विधायक के परिजनों से मिलने के बाद सीएम चौहान रवाना होने वाले थे तो ग्रामीणों ने घेर लिया और पेयजल की दिक्कतों से अवगत कराया। ग्रामीणों ने चिल्लाते हुए कहा कि पानी के लिए भटकना पड़ता है। पानी नहीं मिल रहा है, कोई सुनने को तैयार नहीं है। इस पर सीएम चौहान ने पीएचई अफसरों को बुलाया। वहां पीएचई के कार्यपालन यंत्री केपी वर्मा पहुंचे तो सीएम ने पानी सप्लाई की दिक्कत पूछी। इस पर उन्होंने कहा कि यह उनके क्षेत्र में नहीं आता। इस पर सीएम ने कहा कि फिर क्यों आए? जो जिम्मेदार है, उसे भेजो। उसके बाद कार्यपालन यंत्री आरएस चौहान पहुंचे तो सीएम चौहान ने पूछा कि कितने साल की नौकरी हो गई। चौहान ने कहा कि 38 साल हो गए। सीएम ने सवाल किया कि दौरे करते हो गांवों के? इसका जवाब मिला जी करता हूं। सीएम ने फिर पूछा कितने दिन जाते हो तो बताया गया कि तीन दिन दौरे करते हैं। सीएम ने फिर पूछा कि महीने में या हफ्ते में तो जवाब मिला कि हफ्ते में जाते हैं। इस पर नाराजगी जताते हुए सीएम ने कहा कि फिर दिक्कत क्यों है? पानी का स्थायी समाधान करो, राइजिंग पाइप डालो या अन्य तरीकों से सप्लाई सही करो और शाम तक रिपोर्ट दो।
भोपाल कमिश्नर को भी नाराजगी का सामना करना पड़ा
राजधानी भोपाल में नर्मदा पाइप लाइन बदलने के नाम पर पिछले पांच दिन से पानी सप्लाई नहीं की जा रही है। तीन दिन का समय लेकर नगर निगम अफसर पांच दिन तक पानी नहीं दे पा रहे हैं। इससे राजधानी में पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची है। इस पर सीएम चौहान ने सोमवार को नगर निगम कमिश्नर वीएस चौधरी कोलसानी को तलब किया। स्मार्ट पार्क में पौधरोपण के दौरान उन्होंने नाराजगी जताते हुए कमिश्नर से कहा कि आमजन को पेयजल की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। पेयजल सप्लाई दुरुस्त कराएं और लोगों को इसके बारे में बताएं।