भोपाल
ईओडब्ल्यू पुलिस ने ईपीएफओ के रीजनल कमिश्नर को एक व्यवसायी से पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोपी कमिश्नर एक मामले के निपटारे के लिए व्यवसायी से रिश्वत मांग रहा था। उधर मंगलवार को सिंगरौली में प्रभारी आयुष अधिकारी को 10 हजार की घूस लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। एक अन्य कार्रवाई सीबीआई ने की है और इटारसी में पदस्थ सीनियर डिविजनल मेकेनिकल इंजीनियर को 50 हजार की घूस के साथ गिरफ्तार किया है।
मध्य प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने बताया कि बीआर कंपनी के मालिक अनिरुद्ध पिंपलापुरे ने पुलिस को शिकायत दी थी। अनिरुद्ध ने अपनी शिकायत में कहा था कि ईपीएफओ का रीजनल कमिश्नर सतीश कुमार ईपीएफओ की कार्रवाई से बचने के लिए अनिरुद्ध पर 10 लाख रुपये का भुगतान करने का दबाव बना रहा था।
शिकायत की पुष्टि के बाद पुलिस ने रविवार शाम को अधिकारी को रंगे हाथ पकड़ा। पुलिस ने अधिकारी को उनके आवास पर रिश्वत की पहली किस्त के रूप में पांच लाख रुपये लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कमीशन में फंसी आयुष अफ़सर
उधर मंगलवार को सिंगरौली जिले के सरई तहसील के बंधा निवासी भगवान दास साकेत पिता रामप्रसाद साकेत उम्र 40 वर्ष की शिकायत पर प्रभारी जिला आयुष अधिकारी सिंगरौली डॉ अनुपमा रौशन को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। पारूल एजेंसी सिंगरौली में आउट सोर्स के रूप में काम करने वाले रामप्रसाद से कमीशन के रूप में 10 हजार रुपये मांगे जाने के बाद यह कार्यवाही की गई है।
दूसरी ओर सीबीआई की एंटी करप्शन ब्यूरो टीम ने अजय कुमार ताम्रकार सीनियर डिविजनल मैकनिकल इंजीनियर डीजल लोको शेड इटारसी को ₹50000 की रिश्वत लेते हुए सोमवार को गिरफ्तार किया गया है। ताम्रकार द्वारा अपने बंगले पर ड्यूटी के लिए चपरासी को वापस सेवा में लेने के लिए ₹ 3.50 लाख की रिश्वत मांगी जा रही थी।