भोपाल
प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के हितग्राहियों को लाभ दिलाने के मामले में मध्यप्रदेश देश के प्रमुख राज्यों में उभरा है। इस मामले में नेशनल हेल्थ एजेंसी ने मध्यप्रदेश के स्टेट हेल्थ एजेंसी (एसएचए) की सराहना भी की है। केंद्र सरकार द्वारा इसको लेकर जो पत्र लिखकर राज्य सरकार की प्रशंसा की गई है और कहा गया है कि शिकायतें के निराकरण के मामले में क्वालिटी क्लोजर में एमपी अव्वल रहा है।
नेशनल हेल्थ एजेंसी के डॉ विपुल अग्रवाल ने मध्यप्रदेश सरकार के स्वास्थ्य महकमे को इसको लेकर लिखे पत्र में कहा है कि एसएचए मध्यप्रदेश शिकायतें के निराकरण के मामले में क्वालिटी क्लोजर में उदाहरण बना है। मई 2022 में आयुष्मान भारत के लिए सेवाएं देने वाले एसएचए ने 100 प्रतिशत शिकायतें क्वालिटी क्लोजर के सााथ निराकृत की हैं। विभाग की इस कोशिश से हितग्राहियों के मन में सरकार के कामकाज को लेकर विश्वास उपजता है। आयुष्मान भारत के सीईओ अनुराग चौधरी को लिखे पत्र में कहा गया है कि विभाग की कोशिश ने लोगों को राहत देने का काम किया है। गौरतलब है कि प्रदेश में आयुमान भारत के अंतर्गत मिली शिकायतों पर कार्यवाही करते हुए स्वास्थ्य विभाग के एसएचए विंग ने सात करोड़ रुपए से ज्यादा की पेनाल्टी अस्पतालों पर लगाई है और उसे वसूल करने का काम भी किया है। यह राशि मरीजों के परिजनों को वापस दिलाने का काम किया गया है और निजी अस्पतालों पर सख्ती करने के साथ भविष्य में अवैध वसूली न करने के लिए ताकीद भी किया गया है। प्रदेश में 2.80 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाकर मध्यप्रदेश देशभर में गरीबों को मुफ्त इलाज की सुविधा देने वाले राज्यों में भी अव्वल है।