भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को अलीराजपुर जिले के जिला शिक्षा अधिकारी को जमकर फटकार लगाई। डीईओ स्कूल चलें अभियान के लिए सीएम शिवराज को प्लानिंग की जानकारी नहीं दे पा रहे थे। नाराज सीएम ने इसको लेकर कलेक्टर से कहा कि बेहतर प्लानिंग कर उसे एग्जीक्यूट कराएं। उन्होंने निर्देश दिए कि शिक्षकों को दायित्व निर्वहन के लिए प्रेरित करें, इसके बाद भी यदि वे अपनी ड्यूटी अनुशासित तरीके से नहीं करते हैं तो उनकी सेवाएं समाप्त की जाएं। स्कूल चलें अभियान को जनअभियान बनाना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री चौहान ने अलीराजपुर के पांच कन्या शिक्षा परिसरों के निर्माण में हुए विलम्ब पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि 2016 में स्वीकृत कार्य 2022 तक पूर्ण न होना कष्टप्रद है। मुख्यमंत्री चौहान ने तत्काल प्रमुख सचिव लोक निर्माण नीरज मंडलोई को वीडियो कांफ्रेंसिंग से जोड़ने के निर्देश दिए तथा संबंधित ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने और अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए। सीएम चौहान को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सुबह हुई बैठक में बताया गया कि स्कूल चले अभियान के अंतर्गत बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से गांवों में संध्या चौपाल का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गरीबी और पलायन अलीराजपुर जिले की मुख्य समस्याएं हैं। योजनाओं के क्रियान्वयन में जनता की भागीदारी को जोड़कर योजनाओं को अधिक परिणाममूलक बनाया जा सकता है। जो योजनाएं और विकास गतिविधियां पहले से संचालित हो रही हैं, वे आदर्श आचार संहिता से प्रभावित नहीं होगीं। आकांक्षी विकासखंडों में बेहतर कार्य के लिए विभिन्न सूचकांकों के आधार पर जिले में विकासखंडों की रैंकिंग की जाए।
लंबित सड़क निर्माण पर आपत्ति
मुख्यमंत्री चौहान ने वन विभाग की स्वीकृति नहीं मिलने के कारण लम्बित तीन सड़कों के निर्माण पर अपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि जिलास्तर पर निर्माण एजेंसियों तथा अन्य संबंधित विभागों के बीच बेहतर समन्वय हो। एजेंसियांं इसके अनुरूप कार्य करें। कार्य लम्बित होने से लागत बढ़ती है और जनसामान्य को समस्याओं का भी लम्बे समय तक सामना करना पड़ता है।
गांवों के नाम बताकर पूछा कि पेयजल दिक्कत क्यों है यहां
मुख्यमंत्री चौहान को बताया गया कि अलीराजपुर, भाभरा और जोबट में एक दिन छोड़कर पेयजल प्रदाय किया जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने पेयजल की समस्या से जूझ रहे गांवों के नाम बताकर समस्या का कारण पूछा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां-जहां पानी है वहां प्रतिदिन पेयजल की आपूर्ति की जाए। जिले में 104 अमृत सरोवरों का निर्माण होना है। इनमें से 34 का कार्य 75 प्रतिशत पूर्ण हो गया है। मुख्यमंत्री ने अमृत सरोवरों को प्रधानमंत्री के मंशा के अनुरूप राष्ट्र भक्ति और सांस्कृतिक गौरव के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि इस वर्ष भगौरिया में अशोभनीय कृत्य करने वाले 4 लोगों पर रासुका लगाई गई। मुख्यमंत्री चौहान ने सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए विशेष पहल करने की आवश्यकता बताई।