भोपाल
नगर निकाय के पहले चरण में 44 जिलों में 11 नगर निगम, 36 नगरपालिका परिषद और 86 नगर परिषद में मतदान हो रहा है। मतदान शुरू होने के पहले और बाद में इंदौर औऱ सतना समेत कई शहरों में चाकूबाजी और बहस की छिटपुट घटनाएं हुई हैं। इंदौर में वार्ड 20 में बीजेपी कांग्रेस कार्यकर्ता रात में भिड़ गए और हीरानगर थाने में देर रात तक हंगामा होता रहा। कई स्थानों पर ईवीएम में खराबी के कारण बदलने की भी कार्रवाई हुई है। सुबह 10 बजे तक 2 दर्जन से अधिक ईवीएम बदली जा चुकी थीं।
बुधवार को हो रहे मतदान के लिए कुल 13 हजार 148 मतदान केन्द्र बनाये गए हैं। इनमें से 3296 मतदान केन्द्र संवेदनशील हैं। मतदान दलों में लगभग 79 हजार कर्मचारी-अधिकारियों की ड्यूटी लगायी गयी है। लगभग 27 हजार पुलिस बल डिप्लॉय किया गया है।
प्रथम चरण में 11 नगरपालिक निगम में महापौर पद के 101 अभ्यर्थी चुनाव मैदान में हैं। कुल 133 नगरीय निकाय में 2850 पार्षद के पद हैं। इनमें से 42 पद पर निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है। शेष 2808 पद पर निर्वाचन होना है। इसके लिए 11 हजार 250 अभ्यर्थी चुनाव लड़ रहे है।
यहां नहीं मतदान
प्रथम चरण में बड़वानी, झाबुआ, खरगोन, सीधी और शहडोल जिलों के किसी भी नगरीय निकाय में मतदान नहीं है। मंडला, अलीराजपुर और डिंडोरी जिले के नगरीय निकायों का कार्यकाल अभी पूरा नहीं हुआ है। अत: इन जिलों के नगरीय निकायों के लिए निर्वाचन की घोषणा नहीं की गई है।
एक करोड़ से अधिक मतदाता कर रहे मताधिकार का प्रयोग
प्रथम चरण में एक करोड़ 4 लाख 41 हजार 897 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। इनमें से 53 लाख 62 हजार 457 पुरूष और 50 लाख 78 हजार 635 महिला तथा 805 अन्य मतदाता हैं। नगरपालिक निगम ग्वालियर में 10 लाख 68 हजार 267 मतदाता, सागर में 2 लाख 22 हजार 584, सतना में 2 लाख 14 हजार 188, सिंगरौली में 2 लाख 5 हजार 886, जबलपुर में 9 लाख 76 हजार 61, छिंदवाड़ा में एक लाख 90 हजार 742, भोपाल में 17 लाख 6 हजार 735, खंडवा में एक लाख 75 हजार 644, बुरहानपुर में एक लाख 77 हजार 666, इंदौर में 18 लाख 35 हजार 955 और उज्जैन में 4 लाख 61 हजार 169 मतदाता हैं। इस तरह से सर्वाधिक मतदाता इंदौर और सबसे कम मतदाता खंडवा नगरपालिका निगम में हैं।