भोपाल
विधायक नारायण त्रिपाठी का एक बयान सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें नारायण त्रिपाठी अपनी ही पार्टी यानी की भाजपा पर निशाना साधते हुए नजर आ रहे हैं। विधायक त्रिपाठी ने नगरीय निकाय चुनावों की प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग जैसी कोई व्यवस्था नजर ही नहीं आ रही है। अब चुनाव प्रक्रिया ही बंद करवा देना चाहिए और सदन की तरह हां और न करवाकर प्रमाणपत्र एक दल विशेष के लोगों को देना देना चाहिए। चुनाव करवाने वाले जिम्मेदार अधिकारी भाजपा को वोट दिलवाते हुए नजर आ रहे हैं। मैं खुद भाजपा से विधायक हूं लेकिन ये सब देखकर बुरा लग रहा है।
नारायण ने चुनाव की निष्पक्षता पर उंगलियां उठाते हुए राज्य निर्वाचन आयोग को भी धिक्कारा है। उन्होंने वोट के लिए शराब, कपड़े और रुपए बांटने की मैहर नगर पालिका क्षेत्र में हुईं घटनाओं का जिक्र किया है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन पर उंगली उठाते हुए आरोप लगाया कि कानून और सिस्टम सिर्फ गरीब प्रत्याशियों के लिए है, धनाढ्यों के लिए नहीं है।
विधायक नारायण ने कहा कि जब कोई गरीब प्रत्याशी ऐसे मामले पकड़ता है तो कोई सुनवाई नहीं होती है। धनाढ्य प्रत्याशी शराब, पैसे, कपड़े बांटे और प्रशासन उनका सहयोग करे तो निर्वाचन आयोग को भी धिक्कार है। ऐसी निर्वाचन प्रक्रिया में हिंदुस्तान-मप्र की जनता को भाग ही नहीं लेना चाहिए। जब जीत का प्रमाण पत्र देना फिक्स है, तो इतने बड़े सिस्टम को चलाने, चुनाव कराने का कोई औचित्य ही नहीं है।