वे कल रात ओरछा गई थीं। यहां उन्हें वहीं दुकान फिर खुली मिली, जिसका विरोध किया था। उमा ने इस दुकान को ओरछा के माथे का कलंक बताया। लिखा- मैं जब कल रात को ओरछा पहुंची। ओरछा के माथे पर लगा हुआ कलंक विरोध के बाद कुछ दिन बंद रहकर फिर खुल गई। लोगों में भारी आक्रोश है। बता दें कि उमा भारती ने 15 जून को ओरछा में शराब की दुकान पर गोबर फेंका था।
शराबबंदी के लिए ने तीर्थ दर्शन योजना का उदाहरण दिया
उमा ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखे जाने का जिक्र किया। उन्होंने लिखा- मैंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखा है कि वह भाजपा शासित सभी राज्यों के लिए समान शराब नीति लागू करने का विचार करें। सीएम शिवराज ने 2018 के पहले के कार्यकाल में कुछ ऐसी योजनाएं बनाई थीं जिसका अनुसरण भाजपा शासित राज्यों व विपक्ष के शासित राज्यों ने भी किया था। इसके लिए उमा भारती ने तीर्थ दर्शन योजना का उदाहरण भी दिया। इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज अपनी नई शराब नीति को वापस लेकर एक आदर्श जन हितैषी संशोधित शराब नीति प्रस्तुत कर सकते हैं। हो सकता है कि मध्य प्रदेश ही एक आदर्श शराब नीति के लिए मॉडल राज्य बन जाए।