भोपाल
सागर प्रवास के दौरान राज्यसभा सदस्य सुमित्रा वाल्मीकि का सामान विश्राम गृह के कमरे से हटाने का मामला डिप्टी कलेक्टर और सागर की सिटी मजिस्ट्रेट सपना त्रिपाठी को भारी पड़ा है। कलेक्टर सागर ने सिटी मजिस्ट्रेट त्रिपाठी को कारण बताओ नोटिस जारी कर दो दिन में जवाब तलब किया है वहीं विश्राम गृह-एक के केयर-टेकर हरिप्रसाद कोरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय लोक निर्माण विभाग उप संभाग बण्डा किया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर सागर कलेक्टर दीपक आर्य ने केयर-टेकर हरिप्रसाद कोरी के कृत्य को निर्धारित प्रोटोकॉल के विरुद्ध पाया, इसे घोर लापरवाही की श्रेणी में माना गया है। दूसरी ओर सपना त्रिपाठी को जारी कारण बताओ नोटिस में सोशल मीडिया में वायरल हुए वीडियो का उल्लेख करते हुए कहा गया है कि उसमें सुमित्रा वाल्मीकि द्वारा आपत्ति व्यक्त की गई कि उनके सामान को उनकी अनुपस्थिति में कमरे से अन्य कमरे में शिफ्ट कर दिया गया। इससे स्पष्ट है कि जिला सत्कार अधिकारी के अधीनस्थ कर्मचारी द्वारा राज्यसभा सांसद की गरिमा का ध्यान नहीं रखा गया तथा निर्धारित प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं किया गया। जिला सत्कार अधिकारी होने के नाते उनका दायित्व है कि वे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के व्यवहार के संबंध में नियंत्रण रखें। इस कृत्य से जिला सत्कार अधिकारी के पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही एवं उदासीनता परिलक्षित हुई है, जो म.प्र. सिविल सेवा आचरण नियम के तहत गंभीर कदाचरण की श्रेणी में आता है। इधर सुमित्रा ने कहा है कि वे प्रशासनिक कार्रवाई से संतुष्ट हैं और उस कर्मचारी को भी उन्होंने माफ कर दिया है लेकिन कांग्रेस जबरन इस मुद्दे को तूल दे रही है। share