कांग्रेस खुद कराती है तोड़फोड़
केरल से एक खबर आई है कि कांग्रेस पार्टी के राजकुमार राहुल गांधी के वायनाड स्थित कार्यालय में कुछ दिन पहले जो तोड़फोड़ हुई थी उसमें जो लोग शामिल थे उन्हें गिरफ्तार किया गया। लेकिन दिलचस्प है कि गिरफ्तार आरोपियों के बारे में जो जानकारी निकलकर सामने आई है उसमें कांग्रेस पार्टी से ही जुड़े लोग शामिल हैं। केरल पुलिस ने कांग्रेस के चार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। इनमें राहुल के वायनाड स्थित ऑफिस का निजी सहायक और हेल्पर भी शामिल है। जब यह विषय सामने आया था कि राहुल गांधी के सांसद कार्यालय में तोड़फोड़ की गई तो पूरे देश में कांग्रेस के नेताओं के खून में उबाल आया था और वह सड़क पर उतरकर इस घटना का विरोध कर रहे थे। साथ ही प्रदर्शन और आंदोलन किए जा रहे थे।
आज जब घटना की सच्चाई सामने आई है तो सभी कांग्रेस के नेता, प्रवक्ता सब मुंह सील कर बैठे हुए है। यह देखने में आया है कि राजकुमार लगातार विदेश यात्रा पर रहते हैं, अगर वह देश में भी रहते हैं तो दिल्ली में पाए जाते हैं। दिल्ली में भी वह लोगों के लिए उपलब्ध नहीं रहते, सिर्फ ट्विटर पर पाए जाते हैं। जनता को जब जब इनकी आवश्यकता, जरूरत पड़ती है तब ये विदेश में पाए जाते हैं। चाहे भीषण कोरोना का संकट कॉल हो या देश में बाढ़ या अतिवृष्टि से जनता पीड़ित हो रही हो, उस समय ये कहीं भी नजर नहीं आते, सिर्फ चुनाव के समय ये आवश्यक रूप से नजर आते हैं अब कई प्रदेशों में चुनाव होने वाले हैं। तो प्रवासी पक्षी की तरह जो सिर्फ सीजन में नजर आते हैं और सीजन खत्म होते ही वापस उड़ जाते हैं, उसी तरह कांग्रेस के राजकुमार जनता को सिर्फ चुनाव के समय दर्शन देते हैं। यही हाल उनके संसदीय क्षेत्र वायनाड की जनता अपने सांसद को देखने के लिए तरस रही है। वहां की जनता कह रही है अरे प्रवासी पक्षी कभी हमारे दुख दर्द जानने यहां भी आ जाया करो। मुझे लगता है कि इस तरह की ओछी, निम्न स्तर की घटिया राजनीतिक चाल चलकर राजकुमार की लोकप्रियता बढ़ाने एवं उनको चर्चा में बनाए रखने का प्रयास कांग्रेस द्वारा किया गया है। हालांकि यह चाल उल्टी पड़ गई है। जरा सोचिए .. अपने ही सांसद के कार्यालय में तोड़फोड़ की नौटंकी करने वाले कॉन्ग्रेस के लोग जब अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी की फोटो के साथ तोड़फोड़ कर रहे थे तो उनकी आत्मा किस तरह से पीड़ा महसूस कर रही होगी। दरअसल यह घटना सिर्फ एक घटना नहीं है बल्कि इससे देशवासियों को समझना चाहिए कि कांग्रेस महात्मा गांधी का नाम सिर्फ दीवार पर उनकी तस्वीर टांगने के लिए उपयोग में लिया जाता है। यही नहीं महात्मा गांधी की तस्वीर के पीछे छुप कर अपनी राजनीतिक रोटियां कांग्रेस पार्टी के लोग सेंकते हैं, इससे यह सिद्ध हो गया है। देश का माहौल खराब करने के लिए कांग्रेस पार्टी को इस घटना के लिए पूरे देश से माफी मांगना चाहिए और जो अपमान गांधी जी का कांग्रेस के नेताओं ने किया है उससे महात्मा गांधी की आत्मा को कितना दुख पहुंचा होगा यह सोच से परे है। हे राम .. ऐसी घटिया मानसिकता वाले लोगों और पार्टी से इस देश को बचाइए।
(लेखक मध्यप्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं)
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