पूर्व सीएम बोले- अरुणोदय को पहले ही निकाल दिया था
पूर्व सीएम ने कहा कि अरुणोदय चौबे को तीन-चार महीने पहले ही पार्टी से निष्कासित कर दिया था। पंचायत और नगरीय निकाय के चुनाव में वे कांग्रेस विरोधी काम कर रहे थे। वे खुद को बचाना चाह रहे हैं, उनके ऊपर दबाव है। उन्होंने मुझे फोन करके बताया। अरुणोदय के खिलाफ धारा 307 से लेकर 302 तक के केस दर्ज हैं। पहले फर्जी केस लगाओ, फिर भाजपा में शामिल करने का प्रेशर बनाओ, यही भाजपा की नीति ह छोड़कर जाने वाले नेताओं के लिए पीसीसी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा- किसी के कांग्रेस छोड़कर जाने से पार्टी खत्म नहीं हो जाएगी। कोई जाना चाहता है, तो हम उसे रोकेंगे नहीं। जो लोग बीजेपी में भविष्य देखकर जाना चाहते हैं, तो जाएं। मैं उन्हें अपनी कार दूंगा कि जाइए।
कमलनाथ ने कहा कि भाजपा प्रेशर, पैसे का प्रलोभन दे सकती है। जिसे जाना है, वो जाएगा ही। क्या मैं उसके घर जाऊं उसे रोकूं? दबाव डालूं? मैं किसी को दबाकर नहीं रोकना चाहता। मैं क्या कर सकता हूं? दुख की बात ये है कि मप्र में ऐसा कानून नहीं है, जो झूठे केस बनाने और गवाही देने वालों पर कार्रवाई हो सके।
आदिवासियों की उपजातियों को बांट रही भाजपा
कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा- सरकार का फोकस आदिवासी समाज को बांटने पर है। भील-भिलाला, गोंड-कोरकू को बांटने में लगे हैं, ताकि एक रहने वाला आदिवासी समाज बंट जाए। आदिवासी समाज की उपजातियों के संगठन बनाकर उन्हें प्रलोभन देकर बांटने की कोशिश कर रहे हैं। समाज को हिंदू, धर्म और जाति के नाम पर बांटने का काम करना भाजपा का गेम प्लान है।