भोपाल
मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना में रीवा, सतना, जबलपुर से तिरुपति बालाजी के दर्शन के लिए गई ट्रेन के यात्री तिरुपति में छूटने की खबर से सतना से तिरुपति तक खलबली मची रही। आनन फानन अफसरों की टीम सक्रिय हुई और अब जो यात्री छूट गए थे, उन्हें दूसरी ट्रेन से मध्यप्रदेश लाया जा रहा है।
बताया गया कि तिरुपति बालाजी तीर्थ के लिए गए इन यात्रियों को प्रशासन द्वारा भेजी गई टीम के सदस्य काउंटिंग में नहीं रख पाए। 17 सितम्बर को एमपी से गई ट्रेन में शुरुआती दौैर में 12 यात्रियों के गायब होने की सूचना स्थानीय प्रशासन को मिली। इसके बाद जब यात्रियों की खोजबीन शुरू हुई तो सात मिल गए और पांच फिर भी नहीं मिले। ऐसे में इन यात्रियों के इंतजार में ट्रेन को दस घंटे तक रोककर रखा गया। बाद में कुछ और यात्री मिले पर सभी नहीं मिले तो तिरुपति में दो कर्मचारियों को छोड़कर बाकी यात्रियों को लेकर ट्रेन रवाना हो गई। इस बीच गायब यात्रियों के परिजनों को इसकी सूचना नहीं दिए जाने और सोशल मीडिया पर यात्रियों की सकुशल वापसी में लापरवाही की सूचना वायरल होने के बाद वहां रोके गए कर्मचारियों को फिर एलर्ट किया गया। बाद में तीर्थ दर्शन योजना के प्रभारी संयुक्त कलेक्टर सुरेश यादव ने कहा कि सभी यात्री सुरक्षित हैं। सिर्फ एक बुजुर्ग महिला बिछड़ गई थी जिसकी तलाश के लिए उसके पति और दो शासकीय कर्मचारियों को महिला की तलाश के लिए तिरुपति में छोड़ा गया। बाद में बिछड़ी हुई महिला यात्री सुमित्रा मिश्रा मिल गई जो मैहर की रहने वाली है। अब उसे और उसके पति को कर्मचारियों की टीम दूसरी टेन से लेकर सतना लौट रही है। बताया गया कि महिला अकेले दर्शन के लिए गई थी और वहां भटक गई। इस कारण ऐसी स्थिति बनी है।