मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री जननायक विकास पुरुष भगवान के वरदान शिवराज सिंह चौहान बार-बार विभिन्न मंचों से कहते हैं कि मध्यप्रदेश की जनता मेरी भगवान है, प्रदेश मेरा मंदिर और मैं उसका पुजारी हूं। उस जनता रूपी भगवान को किसी तरह की कोई तकलीफ ना आए इसकी सीएम शिवराज सिंह चौहान लगातार चिंता करते हैं। उनका प्रयास रहता है कि सरकार की जन हितेषी योजनाएं हर जरूरतमंद तक पहुंचे। केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का पूरा लाभ हर पात्र व्यक्ति को प्राप्त हो। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहचान है कि वे बहुत सौम्य, सरल और सहज हैं। शिवराज सिंह चौहान हमेशा कहते हैं कि अच्छे लोगों के लिए मैं सज्जन हूं और दुर्जन लोगों के लिए मैं बज्र की तरह कठोर हूं। अभी चंद दिन पहले झाबुआ जिले का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें झाबुआ एसपी छात्रों से दुर्व्यवहार कर रहे हैं, यह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने जब विषय आया तो उन्होंने अविलंब एसपी को निलंबित कर दिया। साथ ही दूसरे दिन झाबुआ कलेक्टर को भी हटा दिया। उनकी भी कई शिकायतें थी।
मुख्यमंत्री ने हाल ही में डिंडोरी प्रवास पर जिला खाद्य अधिकारी को मंच से ही तुरंत निलंबित किया। ये अधिकारी जन कल्याण की योजनाओं में गड़बड़ी कर रहा था। जनता को परेशानी हो रही थी। सीएम के संज्ञान में जैसे ही यह बात आई उन्होंने गड़बड़झाला करने वाले अधिकारी के खिलाफ एक्शन लेने में देर नहीं की। इसी तरह सागर जिले की समीक्षा बैठक में सीएम हेल्पलाइन में आवास योजना में गड़बड़ी की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने सख्त नाराजगी जताई है। इस मामले में जो रोजगार सहायक है जिसने गड़बड़ी की उसकी सेवा समाप्त करने और उसे तुरंत जेल भेजने के निर्देश दिए हैं। जन संवेदनशील मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कार्यशैली और यह कार्रवाई यह दर्शाती है कि सरकार की जन हितेषी योजनाओं के क्रियान्वयन में वह किसी भी तरह की कोताही, गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं करते। सरकारी अधिकारियों को इससे सबक लेना चाहिए। मुझे लगता है इन कार्रवाइयों के बाद अधिकारियों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा को समझ जाना चाहिए कि अगर जनता की सेवा में कोई कोताही, गड़बड़ी करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। उस पर तुरंत सख्त कार्रवाई होगी।
आजकल मध्य प्रदेश के हर महकमें में यह चर्चा आम हो गई है कि मुख्यमंत्री सख्त तेवर दिखा रहे हैं। पूर्व में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब जनता के बीच पहुंचकर जनता की तकलीफों को सुनकर मुख्यमंत्री ने तुरंत और सख्त कार्रवाई अधिकारियों पर की है। सीएम शिवराज सिंह चौहान का यह नया अवतार जनता को रास आ रहा है क्योंकि चंद अधिकारी अपने आप को खुदा समझ बैठे थे और उन्हें यह लगता था कि वह जो कर रहे हैं वही सही है। इन मदमस्त और धन पशुओं के खिलाफ सीएम शिवराज की कठोर कार्रवाई एक नजीर बनेगी जो प्रदेश के हित में होगी। यूं ही मध्य प्रदेश की जनता नहीं कहती कि सीएम शिवराज सिंह चौहान हैं तो सब संभव है।
(लेखक मध्यप्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं)
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