इंदौर/ भोपाल
इंदौर ने स्वच्छता के क्षेत्र में आज फिर एक नया इतिहास कायम किया है। स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर ने देश में लगातार छठी बार प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इंदौर देश का ऐसा पहला शहर है, जिसने लगातार छह बार देश में पहला स्थान प्राप्त किया है। शनिवार को इंदौर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा पुरस्कृत किया गया। यह पुरस्कार नई दिल्ली में एक समारोह में इंदौर की ओर से सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, कलेक्टर मनीष सिंह, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने प्राप्त किया। कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि इंदौर 2016-17 में पहली बार स्वच्छता के क्षेत्र में देश में अव्वल बना था। उसके बाद इंदौर को लगातार वर्ष 2017-18, वर्ष 2018-19, वर्ष 2019-20 तथा वर्ष 2020-21 में पहला स्थान स्वच्छता में प्राप्त होता रहा है। इंदौर ने स्वच्छता का छक्का लगाया है।
यह पुरस्कार भी मिले मध्य प्रदेश को
स्वच्छता पुरस्कार घोषित करने के बाद मध्य प्रदेश को सोलह पुरस्कार मिले हैं। देश के बड़े राज्यों में नंबर वन स्वच्छ राज्य का सम्मान मध्य प्रदेश को मिला है। देश मे प्रथम 7 स्टार रेटिंग वाला शहर इंदौर बना है। कचरा मुक्त शहरों की श्रेणी में 5 स्टार रेटिंग का पुरस्कार भोपाल को, देश मे स्वच्छता की स्व संवहनीय राजधानी का पुरस्कार भी भोपाल को मिला है। एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में सर्वश्रेष्ठ नागरिक सहभागिता का सम्मान उज्जैन को मिला है। एक से तीन लाख जनसंख्या के शहरों में देश का सिटीजन फीडबैक का सम्मान छिंदवाड़ा को मिला है।
15 हजार से 25 हजार की जनसंख्या श्रेणी में स्व संवहनीय शहर का सम्मान मुंगावली को और 15000 से कम जनसंख्या वाली श्रेणी में सबसे तेजी से आगे बढ़ता हुआ शहर फूफकला बना है। देश का तीसरा स्वच्छ कैंट शहर महू कैंट बना है। वेस्ट जोन में एक लाख की जनसंख्या वाली श्रेणी के शहरों में स्व संवहनीय शहर का सम्मान खुरई को मिला है। 15 हजार से 25000 जनसंख्या श्रेणी में सबसे तेज बढ़ता शहर ओबेदुल्लागंज चुना गया है। 15000 से 25000 की आबादी वाले शहरों में सर्वश्रेष्ठ नवाचार का सम्मान पेटलावद को मिला है। एक लाख से कम जनसंख्या के शहरों में देश में सबसे अधिक नागरिक सहभागिता का सम्मान बड़ौनी को मिला है। इंडियन स्वच्छता लीग में देश में श्रेष्ठ प्रदर्शन का सम्मान उज्जैन और खजुराहो को प्राप्त हुआ है।
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