भोपाल
जबलपुर में वर्ल्ड रामायण कांफ्रेस में प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर की गैरमौजूदगी को लेकर कांफ्रेंस के अध्यक्ष और विधायक अजय विश्नोई ने तंज कसते हुए कहा कि जब मालवा और इंदौर में सभी संस्कृति उपलब्ध है तो महाकौशल और गोंडवाना की संस्कृति की परवाह क्यों की जाए। दूसरी ओर कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि श्रीराम और रामायण के बिना देश जाना नहीं जा सकता है। रामायण ने दुनिया के बड़े हिस्से को प्रभावित किया है।
सीएम चौहान ने कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि इस अंतर्राष्ट्रीय रामायण कॉन्फ्रेंस का ध्येय वाक्य है "रामायण की सौम्य शक्ति"
सचमुच में श्रीराम हमारे रोम-रोम में रमे और हमारी हर सांस में बसे हैं।
प्रभु श्रीराम और रामायण के बिना देश जाना नहीं जा सकता है। रामायण ने दुनिया के बड़े हिस्से को प्रभावित किया है। रामायण एक अद्भुत ग्रंथ है जिसमें कहा गया है कि परहित सरिस धरम नहिं भाई।
पर पीड़ा सम नहिं अधमाई ।।
दूसरों के हित से बढ़ा कोई पुण्य नहीं है और दूसरों को कष्ट पहुंचाने से बढ़ा कोई पाप नहीं है।
संस्कृति मंत्री को नहीं महाकौशल व गोंडवाना की संस्कृति की परवाह-विश्नोई
उधर इस कार्यक्रम के अध्यक्ष व विधायक अजय विश्नोई ने प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर के आयोजन में शामिल नहीं होने पर ट्वीट के जरिये उन पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि जबलपुर में वर्ल्ड रामायण कॉन्फ्रेंस का आयोजन है। MP का संस्कृति मंत्रालय इसका सहयोगी है, संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर को उद्घाटन में आना था। वे नही आईं, ठीक भी है जब सभी संस्कृति इंदौर व मालवा में उपलब्ध है तो गोंडवाना व महाकौशल की संस्कृति की परवाह क्यो की जाय ?

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