भोपाल,
विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने पूर्व विधायकों को दी जा रही सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए आवश्यक कदम उठाने की जानकारी शनिवार को स्नेह मिलन कार्यक्रम में दी। उन्होंने कहा कि विधायक विश्राम गृह में पूर्व विधायकों के लिए माह में छह दिवस ठहरने और नि:शुल्क स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई है। विधायक विश्राम गृह में 25 कमरे पूर्व विधायकों के लिए और पूर्व महिला विधायकों के लिए 5 कक्ष आरक्षित किए गए हैं। भोजनालय में सदस्यों की भांति पूर्व विधायकों के लिए भी पृथक से बैठने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने पूर्व विधायकों से कहा कि विधानसभा के पूर्व अध्यक्षों को पूर्व मुख्यमंत्री के समान सुविधाएं प्रदान करने के प्रयास जारी हैं।
गौतम ने कहा कि पूर्व विधायकों को प्रोटोकाल में शामिल किए जाने के लिए विधानसभा द्वारा अनुशंसा पत्र शासन को भेजा गया है। पूर्व विधायकों को एक वाहन में फास्टैग और रेल में एसी प्रथम श्रेणी में यात्रा की पात्रता दिए जाने संबंधी प्रयास किए जाएंगे। शनिवार को पूर्व विधायकों के 'स्नेह मिलन कार्यक्रम' का उद्घाटन कर गौतम ने कई वरिष्ठ और पूर्व विधायकों का सम्मान किया। सम्मानित पूर्व सदस्यों में डा. गौरीशंकर शेजवार, कैलाश विजयवर्गीय, नारायण केशरी, माया सिंह, बृजेन्द्र सिंह, जसवंत सिंह, ज्ञान सिंह और रघुनन्दन शर्मा सहित कई वरिष्ठ और पूर्व विधायक शामिल हैं।
पूर्व विधायकों का योगदान अतुलनीय
गौतम ने कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा का गौरवशाली इतिहास है। आज जिस स्वरूप में मध्य प्रदेश की विधानसभा है, उसके विकास और गौरव को बढ़ाने में पूर्व विधायकों ने जो योगदान दिया है वह अतुलनीय है। पूर्व विधायकों का अनुभव पूंजी के समान है और सभी को इनका अनुभव और मार्गदर्शन मिलते रहना चाहिए। गौतम ने कहा कि विधायिका और विधानसभा सदस्यों के समक्ष वर्तमान में जो चुनौतियां हैं, उससे ज्यादा पूर्व विधायकों के समय में हुआ करतीं थीं। तब संसाधनों, परिवहन और तकनीकी का अभाव था। विधानसभा को चलाने के लिए नियम, प्रक्रियाओं को बनाने और परिष्कृत करने की आवश्यकता थी। पूर्व विधायकों ने विपरीत परिस्थितियों में जो कार्य किए, उसकी ही परिणिति है कि आज विधानसभा का विकसित और सुविधा संपन्न स्वरूप देखने को मिल रहा है।
जिला योजना समिति में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाएं
गौतम ने कहा कि पूर्व विधायकों के इस सम्मेलन के आयोजन का एक उद्देश्य ये भी है कि प्रदेश के नागरिकों को उनके योगदान की जानकारी प्राप्त सके। पूर्व विधायक तथा भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय द्वारा इस प्रकार के आयोजन के लिए विधानसभा अध्यक्ष की प्रशंसा की और वर्ष 1990 के अनुभव भी साझा किए। पूर्व नेता प्रतिपक्ष गौरीशंकर शेजवार ने कहा कि पूर्व विधानसभा सदस्यों के जिला योजना समिति का विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया जाए जिससे वह अपने अनुभव के आधार पर जिले के विकास मे अपना योगदान दे सकें । पूर्व मंत्री कैलाश चावला तथा पूर्व सांसद नारायण केशरी ने संबोधित किया। पूर्व सांसद रघुनन्दन शर्मा ने आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा का सुनहरा इतिहास रहा है तथा पूरे देश में मध्यप्रदेश विधानसभा की गणना एक श्रेष्ठ विधानसभा के रूप में की जाती है जिसकी श्रेष्ठता के लिए वस्तुतः इसको मूर्तरूप देने का कार्य उसके सदस्य ही करते हैं। सिंह ने कहा कि अध्यक्ष का प्रयास रहता है कि पूर्व सदस्यों को प्राप्त होने वाली सुविधाएं उन्हें सम्मान के साथ ही मिले।

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