भोपाल
विधानसभा में गुरुवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने पर नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविन्द सिंह ने महू में हुई युवती की हत्या का मामला उठाया। इस पर गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पीएम रिपोर्ट के आते ही स्थिति और साफ हो जाएगी। पुलिस की निगरानी में मृतका का अंतिम संस्कार हुआ है।
मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि महू घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। रात में हुए पथराव में 13 जवान घायल हुए हैं, बचाव में पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। घटना के एक से अधिक पहलू सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि लाशों पर राजनीति करना कॉन्ग्रेस का पुराना शगल रहा है। इस पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि ये दुख की बात है। आदिवासी अत्याचार प्रदेश में बढ़ते जा रहे हैं। मेरे पास आंकड़े हैं मैं जिन्हे पटल पर रख रहा हूं। यहां जांच के नाम पर मामले टल जाते हैं। इस पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि आप बता दें कि क्या करें? जवाब में कमलनाथ ने कहा कि जांच रिपोर्ट की समय सीमा तय करें, मिश्रा ने कहा कि आप ही तय कर दें। नाथ ने कहा कि हर पहलू पर जांच होना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर क्या जरूरत थी पुलिस फायरिंग की। ये केवल दुख की नहीं शर्म की बात है। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने शून्यकाल में इस पर चर्चा कराने की बात कही।
