मध्यप्रदेश में प्राकृतिक आपदा से किसान भाई त्रस्त हैं। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसान की फसल का भारी नुकसान हुआ है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओलावृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और साथ ही अधिकारियों को जल्दी सर्वे के निर्देश दिए। किसानों को राहत देते हुए मुआवजा देने का ऐलान किया। अब किसान का 50% से ज्यादा नुकसान पर प्रति हेक्टेयर 32 हजार की राहत राशि उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही फसल बीमा का लाभ दिलाने का काम भी चलता रहेगा। प्रभावित किसानों की ऋण वसूली स्थगित की जाएगी। अगले साल का ब्याज भी सरकार भरेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनहानि होने पर भी ₹ 4 लाख की राहत राशि का ऐलान किया है। साथ ही बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित किसान भाइयों की बेटियों की शादी के लिए 56 हजार की सहायता बेटियों की शादी के लिए उपलब्ध कराई जाएगी।
एक तरफ शिवराज सिंह चौहान किसान के खेत में पहुंचे वहीं कांग्रेस के नेता लगातार बयानबाजी कर अपना धर्म निभा रहे हैं। न तो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और न ही कांग्रेस का विधायक या नेता किसान के हाल-चाल पूछने के लिए पहुंचे। कांग्रेस नेता सिर्फ मीडिया के सामने बयान बाजी कर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। वही किसान की इस तकलीफ के समय फिर शिवराज सिंह चौहान उनके साथ खड़े हैं और उन्हें हर तरह की राहत पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। किसान को इस तकलीफ के समय कांग्रेस के बयान बाजी से राहत प्राप्त नहीं होगीबल्कि उनका दर्द बढ़ेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जो तुरंत राहत किसान भाइयों को दी है इससे उनका दर्द तो कम हुआ है, साथ ही उनके चेहरे पर मुस्कान लौटी है। जब जब मध्य प्रदेश वासियों पर कोई आपदा आती है तो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सबसे पहले वहां पहुंचते हैं वहीं कांग्रेस के नेता सिर्फ बयानबाजी कर इतिश्री कर लेते हैं। जनता के तकलीफ के समय उनके आंसू पहुंचने का काम शिवराज सिंह चौहान करते हैं। इसीलिए मध्य प्रदेश की जनता लगातार अपने लाडले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ खड़ी है न कि बयान वीर कांग्रेस नेताओं के साथ। यूं ही मध्य प्रदेश की जनता नहीं कहती शिवराज सिंह चौहान हैं तो सब संभव है।
(लेखक मध्यप्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं)
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