मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सबसे विश्वास पात्र अधिकारी की बात की जाए तो जेहन में वरिष्ठ अधिकारी एसीएस डॉ राजेश राजौरा का नाम आता है। लंबे समय से यह देखने में आ रहा है कि जब भी कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी या मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अंतर्मन से कोई योजना निकल कर आती है उसे पूरा करने का बीड़ा जितनी शिद्दत से राजेश राजौरा उठाते हैं और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेश का पालन करते हैं, वह अन्य अफसरों के लिए सीख देने वाली होती है। इससे अन्य अधिकारियों को प्रेरणा भी लेना चाहिए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सपना था कि मध्यप्रदेश में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू हो, जिसमें कई तरह की रुकावट सामने आ रही थीं। मध्य प्रदेश के कई अधिकारी यह नहीं चाहते थे कि मध्य प्रदेश में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू हो। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह जवाबदारी वरिष्ठ अधिकारी राजेश राजौरा को दी जिन्होंने आईएएस और आईपीएस के बीच बेहतर समन्वय और सेतु का काम किया और आज मध्य प्रदेश में भोपाल और इंदौर में कमिश्नर प्रणाली बेहतर ढ़ंग से सफलता से कम कर रही है। मध्य प्रदेश में कमिश्नर प्रणाली लागू कराकर अपनी काबिलियत का लोहा मानने के लिए सबको मजबूर करने वाले अधिकारी राजौरा ने कोविड-19 कोरोना कल में भी सरकार की मंशा को प्राथमिकता में रखा। जब हम डरकर घरों में बैठे हुए थे, तब छिंदवाड़ा में कोरोना विकट रूप से फेल रहा था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वरिष्ठ अधिकारी राजेश राजौरा वहां भेजा और स्थानीय प्रशासन ने जब देखा मध्य प्रदेश सरकार का इतना वरिष्ठ अधिकारी हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर और उन्हें मार्गदर्शन देने के लिए खड़ा हुआ है तब पूरी ताकत से वहां प्रशासनिक अमला जुटा और छिंदवाड़ा में कोरोना कंट्रोल में आया।
पिछले साल ग्वालियर चंबल में जब भीषण बाढ़ आई उसकी जवाबदारी भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने सबसे विश्वास अधिकारी राजेश राजौरा को दी। मध्यप्रदेश में कोई दुर्भाग्यपूर्ण घटना होती है तो उसकी जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की जो एसआईटी गठन की जाती है उसका प्रमुख वरिष्ठ अधिकारी राजेश राजौरा का बनाया जाता है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार राजेश राजौरा पर अपना विश्वास जता रहे हैं। एसीएस होम की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजेश राजौरा दी है जिसे वह पूरी निष्ठा और शिद्दत से निभा रहे हैं और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विश्वास पर राजेश राजौरा खरे उतर रहे हैं। यह देखने में आया है कि उनका काम के प्रति समर्पण इतना है कि छुट्टी के दिन, तीज त्यौहार के समय भी कई बार वह दफ्तर में काम करते दिखाई देते हैं उनकी टेबल हमेशा फाइलों से खाली रहती है क्योंकि वह तुरंत अपना काम करने में विश्वास रखते हैं जो मध्य प्रदेश के हित में है।
ऐसा प्रतीत होता है कि आने वाले समय में मध्य प्रदेश की चीफ सेक्रेटरी के रूप में हम वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजेश राजौरा देखेंगे क्योंकि मध्यप्रदेश को भी युवा विजनरी और काम के प्रति समर्पित अधिकारी की आवश्यकता है जो हमेशा मुस्कुराते हुए हर व्यक्ति से मिलता हो। अपने काम और सरकार के आदेश की परवाह करता हो और मुख्यमंत्री का विश्वास पात्र हो और यह सारे गुण एसीएस राजेश राजौरा में हैं। मध्य प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी में यह गुण जनता और जनप्रतिनिधि देखना चाहते हैं जो पूर्णता वरिष्ठ अधिकारी एसीएस राजेश राजौरा में है। वरिष्ठ अधिकारी राजेश राजौरा मुख्यमंत्री के तो प्रिय हैं ही, साथ ही पत्रकार जगत और जनप्रतिनिधियों के बीच भी अति प्रिय और लोकप्रिय हैं।
(लेखक मध्यप्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं।)

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