पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव की चर्चा भी चारों तरफ सुनाई देने लगी है । विपक्षी के दलों ने एक गठबंधन बनाया है, 2024 के लोकसभा चुनाव को लड़ने के लिए ।विपक्ष के गठबंधन का हर नेता प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहा है यह फेहरिस्त राहुल गांधी से शुरू होकर केजरीवाल पर खत्म होती है। नीतीश कुमार एवं ममता बनर्जी के समर्थक पूरी ताकत से ताल ठोक रहे हैं और अपने नेता के लिए पीएम की दावेदारी कर रहे हैं। देश की जनता देख रही है कि एक तरफ विश्व में भारत का मान बढ़ाने वाले, विश्व में भारत का डंका बजाने वाले गरीबों के मसीहा पीएम नरेंद्र मोदी हैं और दूसरी तरफ भ्रष्टाचार और परिवारवाद में गले गले तक डूबा हुआ विपक्ष का गठबंधन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने विपक्ष के गठबंधन के नेता बौने साबित हो रहे हैं।
देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का बिगुल बजाने वाले अरविंद केजरीवाल के एक-एक कर सहयोगी भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जा रहे हैं चाहे मंत्री सत्येंद्र जैन या वरिष्ठ मंत्री मनीष सिसोदिया, अब नंबर सांसद संजय सिंह का लगा,हजारों करोड़ रुपए के शराब घोटाले में इन्हें गिरफ्तार किया गया है । देश की जनता के सामने यक्ष प्रश्न तो यह है कट्टर ईमानदारी का सर्टिफिकेट बांटने वाले अरविंद केजरीवाल और उनके सहयोगी भ्रष्टाचार के दलदल में गले गले तक डूबे हुए हैं और जनता अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रही है। अरविंद केजरीवाल के शीश महल की जांच भी शुरू हो गई है। भ्रष्टाचार के छीटे अरविंद केजरीवाल के दामन पर भी नजर आ रहे हैं और उनकी हकीकत देश की जनता भली-भांति समझने लगी है। आम आदमी पार्टी की सरकार में पंजाब में चाहे स्वास्थ्य मंत्री हो या खाद्य मंत्री भ्रष्टाचार के आरोप में इस्तीफा देना पड़ा। बिहार में जंगल राज चल रहा है ,भूख ,भय और भ्रष्टाचार यह बिहार की पहचान बन गई है। एक पुल 14 माह में दो बार गिर जाता है, यह चरम भ्रष्टाचार का जीता जागता उदाहरण है। बिहार में नितेश कुमार शराबबंदी का डिंडोरी पीटते हैं। उसके उलट अवैध और जहरीली शराब नदिया बिहार में बह रही है। चंद दिन पूर्व कई मासूमों को जहरीली शराब से अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था बिहार में । लालू प्रसाद चारा घोटाले में जमानत पर हैं और पूरा परिवार भ्रष्टाचार के आरोप में जांच के घेरे में है। पश्चिम बंगाल में ममता सरकार में देश का सबसे बड़ा शिक्षक भारती घोटाला जिसमें पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री जेल में है और कई नेता विधायक जांच के घेरे में हैं। ममता बनर्जी के भतीजे और उनकी पत्नी कोयला घोटाले में जांच के घेरे में है ।कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी हो या राहुल गांधी अथवा दामाद रॉबर्ट वाड्रा भ्रष्टाचार के आरोप में कोर्ट में लगातार पेश हो रहे हैं ।ऐसे ही अन्य विपक्ष के नेता या तो भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में है या उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच चल रही हैं। देश की जनता को लगता है कि अपने-अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए यह गठबंधन बनाया गया है परिवार बाद की बैसाखियों पर खड़ी यह पार्टियों सिर्फ अपने परिवार की चिंता करती हैं। अगर बिहार में लालू मुख्यमंत्री से हटते हैं तो राबड़ी देवी मुख्यमंत्री बन जाती हैं। लालू की पार्टी के सहयोग से अगर सरकार बनती है तो बेटा तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री बनते हैं और बेटा तेज प्रताप मंत्री बनते हैं, साथ ही बहन सांसद बन जाती हैं इसी तरह उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह परिवार, पिता मुख्यमंत्री ,पिता के बाद बेटा अखिलेश यादव मुख्यमंत्री, भाई मंत्री, भतीजे सांसद, अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव सांसद यह देखने जनता को मिलता है। महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार में उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बनते हैं तो बेटा मंत्री बनता है। यही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हैं और यही लोग मुख्यमंत्री बनते हैं। एनसीपी के शरद पवार अगर अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ते हैं तो बेटी सुप्रिया सुले राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाती हैं। इसी तरह डीएमके में करुणानिधि मुख्यमंत्री रहते हैं, उसके बाद बेटा स्टालिन मुख्यमंत्री और पार्टी संभालते हैं।बेटा उदय वरिष्ठ मंत्री बनते हैं। यह परिवारवाद का जहर कब तक देश की जनता भोगती रहेगी, इस विष बेल को अब जड़ से उखाड़ने का समय आ गया है ।एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीबों के उत्थान के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। देश कैसे तरक्की के सोपान को प्राप्त करें उसके लिए कड़े कदम उठा रहे हैं और उसके परिणाम दिखाई देने लगे हैं तो यह विपक्ष के परिवार वादी और भ्रष्टाचारी अब जाति का जहर घोलने का प्रयास कर रहे हैं। देश के आम नागरिक को अच्छा मकान ,बेहतर स्वास्थ्य सुविधा, उसके बच्चों के लिए अच्छी उच्च शिक्षा, रोजगार यह प्राथमिकता है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरा कर रहे हैं। वही जातिगत जनगणना का सुगूफू छोड़कर अपने भ्रष्टाचार और परिवारवाद पर पर्दा डालने का प्रयास कर रहे हैं। विपक्ष के नेता आज बिहार या पश्चिम बंगाल में लंबे समय से विपक्ष की पार्टियों का राज है पर आम जनों को मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं कर पा रही हैं। भ्रष्टाचार और अपराध का बोलबाला है जिस उम्मीद से जनता ने इन्हें चुना वह कहीं से पूरी नहीं हो रही है तुष्टिकरण और जातिवादी के जाल में आम जनता फंसकर इन्हें सरकार में तो बिठा देता है उसके बाद यह परिवार बाद और भ्रष्टाचार के अलावा कुछ जनता को वापस नहीं देते हैं आज देश में कहीं भी आप अगले प्रधानमंत्री की बात करो तो जनता पीएम नरेंद्र मोदी का नाम लेती है क्योंकि जो जनता की चिंता करेगा और उसके सपनों को पूरा करेगा वही जनता पर राज करेगा।
(लेखक मध्यप्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं)

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