इंदौर। छुट्टी नहीं मिलने से नाराज एएसआई ने गुलजार चौकी में मंगलवार सुबह फांसी लगा ली। बेटे ने आरोप लगाया कि अफसरों ने पिता पर काम का अत्यधिक दबाव बना रखा था। उनका घर से निकलने का समय तो तय था, लेकिन लौटने का नहीं। अफसरों ने उनकी छुट्टी की अर्जी भी खारिज कर दी थी। हालांकि मृतक ने कोई सुसाइट नोट नहीं लिखा है। परिजन शव पैतृक गांव इटावा ले गए हैं।
जूनी इंदौर पुलिस के अनुसार थाने के एएसआई संतोष (56) पिता इच्छुराम शुक्ला की प्रभात गश्त थी।
वह सुबह छह बजे गुलजार चौकी पहुंचे। उनके साथ सिपाही धीरेंद्र और हेडकांस्टेबल विनोद नेमावद भी थे। तीनों ने साढ़े छह बजे चाय पी। फिर शुक्ला ने दोनों को कहा- मेरा स्वास्थ्य खराब है, मैं आराम करूंगा।
तुम दोनों जाकर बीट में चक्कर लगा लो। करीब आठ बजे थाने से दोनों को फोन आया कि शुक्ला वायरलेस सेट पर जवाब नहीं दे रहे हैं। जाकर देखो। दोनों चौकी पहुंचे और करीब पांच मिनट दरवाजा खटखटाया, लेकिन जवाब नहीं मिला। सिपाही ने खिड़की का कांच फोड़ा तो शुक्ला फंदे पर टंगे थे। सिपाही ने टीआई को जानकारी दी। ताबड़तोड़ पुलिस पहुंची और परिवार वालों को सूचित किया।
कोई तनाव नहीं था
संतोष शुक्ला ईमानदार पुलिसकर्मी थे। उनके खिलाफ आज तक कोई शिकायत नहीं थी। न तो उन पर कोई जांच चल रही थी, न उन्होंने कोई छुट्टी मांगी थी। हम तो ऐसे भी छुट्टी देने में कभी मना नहीं करते हैं। फरवरी में बेटे की शादी के समय भी छुट्टी दी थी।
- शशिकांत कनकने, सीएसपी, जूनी इंदौर
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