अहमद के भाई ने कबूल किया है कि उसका भाई ढाई साल पहले घर से गायब हो गया था। एक अंग्रेजी अखबार ने पाकिस्तान में रह रहे सज्जाद के भाई असद से बातचीत की है। बातचीत में असद ने कहा कि हमें इस बात की जानकारी है कि वो भारत की कैद में है। असद ने गिड़गिड़ाते हुए कहा, “प्लीज हमारी सज्जाद से बात करा दो।”
अखबार से मिली जानकारी
बातचीत में असद ने कहा, “हां मैं सज्जाद का भाई बोल रहा हूं। उसकी गिरफ्तारी की खबर मुझे कश्मीर के एक अखबार से मिली।” सज्जाद लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी है जिसे इसी महीने सेना ने एक गुफा में चिली ग्रेनेड फेंककर बाहर आने को मजबूर कर दिया था। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था।
हाल ही में पकड़ा गया सज्जाद दूसरा आतंकी है। इसके पहले ऊधमपुर में लश्कर के ही मोहम्मद नवेद को सुरक्षा बलों ने अरेस्ट किया था। सज्जाद का भाई असद कराची में सिक्युरिटी गार्ड है। सज्जाद ने पूछताछ में अपनी फैमिली मेंबर्स के नाम और फोन नंबर बताए थे। उसके पिता का नाम फैज बख्श है। असद ने भी माना कि सज्जाद के पिता का नाम फैज है और वह मुजफ्फरगढ़ का रहने वाला है। अखबार से बातचीत के दौरान सज्जाद का भाई बार-बार गुजारिश करता रहा है कि प्लीज उसकी सज्जाद से बात करा दी जाए, क्योंकि गिरफ्तारी के बाद से सज्जाद के पेरेंट्स बहुत परेशान हैं।
भाई बोला, गरीब हैं हम
बातचीत में असद ने कहा, “हम लोग गरीब हैं लेकिन धर्म को बहुत मानते हैं और रोज नमाज पढ़ते हैं। जमात उद दावा (लश्कर का ही दूसरा नाम) का मुजफ्फरगढ़ में तगड़ा होल्ड है। हो सकता है सज्जाद को जमात ने किडनैप किया हो। हमने तो अखबार में उसकी गिरफ्तारी की खबर पढ़ी तब पता लगा। इसके पहले तो हमें ये भी पता नहीं था कि वह जिंदा है या मर गया।” भारत ने गिरफ्तार किए गए दोनों आतंकियों का जिक्र एनएसए लेवल की बातचीत के लिए तैयार किए गए डोजियर में किया था लेकिन यह बातचीत 24 अगस्त को कैंसिल कर दी गई।
कैसे पकड़ा गया था सज्जाद
आतंकी सज्जाद 22 साल का है और पाकिस्तान के मुजफ्फरगढ़ (बलूचिस्तान) का रहने वाला है। उसे साफियाबाद की एक गुफा से पकड़ा गया था जहां वह अपने साथी आतंकियों के साथ छुपा हुआ था। एनकाउंटर के दौरान आतंकी जंगली इलाके में इस गुफा में छिप गए थे। वहीं से वे सेना के जवानों पर फायरिंग कर रहे थे। एनकाउंटर में सेना ने सज्जाद के तीन साथियों को मार गिराया। इस दौरान जावेद गुफा में ही था और भीतर आने पर सेना के जवानों पर फायरिंग करने की प्लानिंग कर रहा था। गुफा में कुछ और आतंकियों के छुपे होने की आशंका के चलते सेना ने चिली बम (मिर्च पाउडर के ग्रेनेड) और आंसू गैस छोड़ी। जिसके बाद सज्जाद बुरी तरह रोते हुए चिल्लाने लगा और गुफा से बाहर निकला जहां जवानों ने उसे घेर लिया।
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