इंदौर. आसाराम भले ही जोधपुर जेल में बंद है, लेकिन उसके
करोड़ों रुपए बाजार में लोन पर चल रहे हैं। इनकम टैक्स के छापे में यह बात
सामने आई है। मध्य प्रदेश के इंदौर में 16 जगहों पर चल रही जांच में पता
चला कि आसाराम के रुपए लोन के रूप में रियल एस्टेट और सराफा से लेकर कई
धंधों में लगे हैं। इससे आसाराम को हर साल करीब 300 करोड़ रुपए ब्याज मिल
रहा है। एक अनुमान के मुताबिक, आसाराम की प्रॉपर्टी 10 हजार करोड़ रुपए की
है। उसने देशभर के 500 बड़े कारोबारियों को 1677 करोड़ रुपए लोन पर दे रखे
हैं। आसाराम नाबालिग से रेप का आरोपी है।
इनकम टैक्स के छापे से खुला राज
इंदौर में डाले गए छापे में मोहन लुधियानी और बाकी कारोबारियों से
मिले दस्तावेजों में आसाराम की तरफ से दिए गए लोन के सबूत मिले हैं। इनकम
टैक्स की पूछताछ में कई लोगों ने कबूल कर लिया है कि वे ब्याज पर पैसा चला
रहे हैं। चाय और रियल एस्टेट कारोबारी मोहन लुधियानी आसाराम ट्रस्ट का पूरा
कामकाज संभालता है। वह गुरुकुल स्कूल में भी डायरेक्टर है। सूत्रों के
मुताबिक, इसके यहां भी लोन के रूप में करोड़ों रुपए देने के सबूत मिले हैं।
जांच में श्रीराम बिल्डर के यहां जमीन में दो करोड़ रुपए से ज्यादा गड़े
मिले। सूत्रों के मुताबिक, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की यह जांच फिलहाल जारी
है।
42 बोरों में मिले दस्तावेजों ने खोली पोल
सूत्रों के मुताबिक, दो साल पहले आसाराम की गिरफ्तारी के समय आश्रम से
पुलिस को 42 बोरे दस्तावेज मिले थे। इसमें किस-किस को कितना रुपया चलाने
के लिए दिया है, इसका जिक्र था। इसके साथ ही पूरे देश में फैली प्रॉपर्टी
की जानकारी थी। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा इनकी जांच की जा रही थी। इसी
तरह कुछ साल पहले इंदौर के केशव नाचानी के यहां आयकर छापे में काफी
दस्तावेज मिले थे। इसमें इस ब्लैक मनी के सबूत थे। इसी आधार पर सूरत की टीम
ने दिल्ली इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के साथ मिलकर छापे की प्लानिंग बनाई।
कई शहरों में जारी है कार्रवाई
इंदौर में गुडरिक चाय कंपनी के मालिक लुधियानी और लुधियानी से जुड़े
बिल्डर अनिल अग्रवाल, शशि भूषण खंडेलवाल, विजय अग्रवाल, तेजिंदर सिंह
घुम्मन, निर्मल अग्रवाल, विष्णु गोविंद राम शर्मा, केशव नाचानी के यहां
कार्रवाई शुक्रवार को भी जारी रहेगी। इसके साथ ही घनश्यामदास एंड कंपनी,
श्रुति स्नेक्स प्रालि, ओएसिस डेवलपर्स, श्रीराम बिल्डर्स, अपोलो रियल
एस्टेट प्रालि, कोन्कोर्ड टी पैकिंग प्रालि, डिजिना रियल एस्टेट डेवलपर्स
और जीएसएमटी रियल एस्टेट डेवलपर्स की भी जांच हो रही है। भोपाल में रविंद्र
सिंह भाटेजा पर भी कार्रवाई जारी है। इंदौर-भोपाल के साथ ही इनकम टैक्स
सूरत, बड़ौदा, अहमदाबाद, मुंबई, पुणे, कोलकाता, जयपुर और दिल्ली में भी
कार्रवाई कर रहा है।
आसाराम के बारे में ये भी हुए हैं खुलासे
| प्रॉपर्टी की टोटल वैल्यू (आश्रम, बाकी मूवेबल-इम्मूवेबल प्रॉपर्टी) | 10 हजार करोड़ रुपए |
| जमीनों के सौदे | 4100 करोड़ रुपए |
| बेनामी लेन-देन | 2200 करोड़ रुपए |
| कितना लोन दिया | 500 लोगों को 1677 करोड़ रुपए |
| बैंक अकाउंट्स | 800 |
| मैगजीन छापकर हर साल मुनाफा | 10 करोड़ रुपए |
| वीसीडी-ऑडियो कैसेट से कितनी होती थी कमाई | हर दो-तीन दिन में 1 करोड़ रुपए |
| 20 भंडारों से सालाना चंदा | 200 करोड़ रुपए |
| रेप केस से बचने के लिए अफसरों को कितनी रिश्वत देने का आरोप | 8 करोड़ रुपए |
* आंकड़े अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक
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